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Health Insurance पॉलिसी लेने जा रहे हैं, तो इन बातों का जरूर रखें ध्यान, होगा फायदा

को-पेमेंट वह राशि होती है जिसका भुगतान स्वयं पॉलिसीधारक को बीमित सेवाओं के लिए करना होता है। यह राशि पहले से तय होती है। सीनियर सिटीजंस के लिए बाजार में उपबल्ध अधिकांश बीमा पॉलिसीज को-पेमेंट की शर्त के साथ ही आती हैं।

By Pawan JayaswalEdited By: Published: Tue, 23 Feb 2021 06:42 PM (IST)Updated: Wed, 24 Feb 2021 10:36 AM (IST)
Health Insurance पॉलिसी लेने जा रहे हैं, तो इन बातों का जरूर रखें ध्यान, होगा फायदा
Health Insurance ( P C : Pixabay )

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि स्वास्थ्य बीमा हर किसी व्यक्ति के पास होना चाहिए। विशेषकर सीनियर सिटीजंस के लिए तो स्वास्थ्य बीमा काफी आवश्यक है। तेजी से बढ़ता स्वास्थ्य खर्च किसी को भी आर्थिक संकट की ओर ढ़केल सकता है। इस आकस्मिक आपदा से बचने के लिए स्वास्थ्य बीमा बेहद जरूरी है। हालांकि, स्वास्थ्य बीमा लेते समय ग्राहक को कुछ बातों का अवश्य ध्यान रखना चाहिए। आइए जानते हैं कि ये क्या हैं। 

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मौजूदा बीमारी हो कवर

ग्राहक को स्वास्थ्य बीमा लेने से पहले यह जान लेना चाहिए कि पॉलिसी में मौजूदा बीमारी कवर हो रही है या नहीं। कुछ कंपनियां तो अपनी पॉलिसीज में बीमाधारक की मौजूदा बीमारी को कवर करती है और कुछ नहीं करती। हमेशा उस बीमा योजना का चुनाव करना अच्छा होता है, जो ग्राहक की मौजूदा बीमारी को कवर करती हो और जिसमें कम वेटिंग पीरियड हो।

क्लेम की राशि अधिक हो

बीमा पॉलिसी में गंभीर बीमारी के लिए क्लेम की राशि अधिक होनी चाहिए। बाजार में उपलब्ध कई बीमा कंपनियों की पॉलिसीज में कुछ गंभीर बीमारियों पर क्लेम की राशि अपेक्षाकृत कम होती है। ग्राहक को बीमा पॉलिसी लेने से पहले इस बारे में पता कर लेना चाहिए। इसके लिए ग्राहक को गंभीर बीमारी की कवर लिस्ट सहित सभी दस्तावेजों को ध्यानपूर्वक पढ़ना चाहिए।

प्रीमियम पर छूट

बाजार में उपलब्ध कई बीमा पॉलिसीज में अधिकतम पॉलिसी टर्म पर एकमुश्त  प्रीमियम जमा कराने पर छूट दी जाती है। पॉलिसी टर्म अधिकतम तीन साल का हो सकता है। ग्राहक एक साथ प्रीमियम जमा कर इस छूट का लाभ ले सकते हैं।

भुगतान की लिमिट

ग्राहक के लिए हमेशा ऐसी इंश्योरेंस पॉलिसीज चुनना बेहतर साबित होता है, जो अस्पताल में भर्ती होने के बाद का पूरा खर्च कवर करे। बाजार में उपलब्ध कई बीमा कंपनियों की पॉलिसीज में एक सीमा के बाद कमरे या आईसीयू का भुगतान पॉलिसीधारक को स्वयं ही करना पड़ता है। इसलिए पॉलिसी लेने से पहले ग्राहक को इस बारे में जान लेना चाहिए

को-पेमेंट क्लॉज

को-पेमेंट वह राशि होती है, जिसका भुगतान स्वयं पॉलिसीधारक को बीमित सेवाओं के लिए करना होता है। यह राशि पहले से तय होती है। सीनियर सिटीजंस के लिए बाजार में उपबल्ध अधिकांश बीमा पॉलिसीज को-पेमेंट की शर्त के साथ ही आती हैं। ऐसे में ग्राहक को वह बीमा पॉलिसी चुननी चाहिए, जिसमें उसे कम से कम को-पमेंट देना पड़े। इसके अलावा ग्राहक को-पमेंट की शर्त को हटाने का विकल्प भी चुन सकते हैं। इसके लिए ग्राहक को अतिरिक्त प्रीमियम देना होता है।


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