Vodafone, Idea बोर्ड बैठक में फंड जुटाने पर करेगी चर्चा, एजीआर बकाया मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से दबाव में है कंपनी
सौदे के तहत वोडाफोन आइडिया को विलय से बनने वाली कंपनी के लिए 2400 करोड़ रुपये का प्रीपेमेंट करना है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। टेलीकॉम ऑपरेटर वोडाफोन आइडिया विभिन्न माध्यमों से फंड जुटाने के लिए शुक्रवार को बोर्ड बैठक करेगी। एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (एजीआर) बकाया मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कंपनी के लिए यह बैठक काफी अहम होगी। शीर्ष अदालत ने टेलीकॉम कंपनियों को 10 साल में पूरा एजीआर बकाया चुकाने को कहा है। इसमें से 10 फीसद का भुगतान इसी वित्त वर्ष में करना होगा।
बाकी का भुगतान 10 सालाना किस्तों में करना होगा, जिसकी शुरुआत अगले वित्त वर्ष से होगी।बीएसई को दी गई जानकारी में कंपनी ने बताया कि बोर्ड बैठक में पब्लिक इश्यू, प्रेफरेंशियल अलॉटमेंट, प्राइवेट प्लेसमेंट समेत सभी संभावित प्रस्तावों के जरिये फंड जुटाने पर विचार होगा। प्राइवेट प्लेसमेंट में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशंस प्लेसमेंट या अन्य विकल्पों पर भी विचार होगा।
बोर्ड इक्विटी शेयर में बदले जा सकने वाली सिक्युरिटीज, ग्लोबल डिपोजिटरी रिसीट, अमेरिकन डिपोजिटरी रिसीट या फॉरेन करेंसी कंवर्टिबल बांड समेत विभिन्न बांड, वारंट और नॉन कंवर्टिबल डिबेंचर आदि माध्यमों से भी फंड जुटाने की संभावना तलाशेगा। इंडस टॉवर और भारती इन्फ्राटेल के बीच विलय के सौदे से भी कंपनी को फंड मिलेगा। इंडस टॉवर में वोडाफोन आइडिया की 11.15 फीसद हिस्सेदारी का मूल्य 4040 करोड़ आंका गया है।
सौदे के तहत वोडाफोन आइडिया को विलय से बनने वाली कंपनी के लिए 2400 करोड़ रुपये का प्रीपेमेंट करना है। इस तरह से लगभग 1600 करोड़ रुपये का फंड वोडाफोन आइडिया को इस सौदे से मिलेगा।उल्लेखनीय है कि वोडाफोन आइडिया पर एजीआर के मद में 2016-17 तक 58,250 करोड़ रुपये का बकाया था। इसमें से कंपनी ने अब तक दूरसंचार विभाग को 7854 करोड़ रुपये का भुगतान किया है।