किंगफिशर कर्मचारियों को माल्या से फिर आश्वासन
बंद पड़े किंगफिशर एयरलाइंस को फिर से चालू करने की कवायद के तहत कंपनी के मालिक विजय माल्या ने कर्मचारियों को चिट्ठी लिखकर कंपनी के रिवाइवल प्लान के बारे में जानकारी दी है।
मुंबई। किंगफिशर एयरलाइंस को बंद कराने के लिए अदालत जाने की कर्मचारियों की धमकी के एक दिन बाद आखिरकार विजय माल्या ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। माल्या ने कर्मचारियों को चिट्ठी लिखकर फिर से आश्वासन दिया है। अपने पत्र में उन्होंने कहा है कि कंपनी प्रबंधन एयरलाइंस का परिचालन दोबारा शुरू करने के सभी प्रयास कर रहा है।
पत्र में माल्या ने कर्मचारियों से मीडिया से बातचीत में सावधानी बरतने की भी अपील की है। उन्होंने मीडिया पर नकारात्मक रिपोर्टिग का आरोप लगाया है। माल्या ने कहा कि प्रबंधन ने विमानन नियामक डीजीसीए को दो चरणों की पुनरुद्धार योजना सौंपी है। योजना के पहले चरण में सात विमानों से परिचालन शुरू करके इसे अगले चार माह में 21 विमानों के परिचालन तक बढ़ाया जाएगा। दूसरे चरण में कंपनी के सभी 57 विमानों का परिचालन अगले 12 माह में शुरू कर दिया जाएगा।
पत्र में माल्या ने कर्मचारियों को बकाया भुगतान की समयसीमा के बारे में तो कुछ नहीं बताया, लेकिन कहा है कि पुनरुद्धार योजनाओं में बकाया भुगतान सहित सभी वित्तीय जरूरतों की विस्तृत जानकारी दी गई है। एयरलाइंस ने करीब चार हजार कर्मचारियों को मई से वेतन नहीं दिया है। इससे पहले हड़ताल के दौरान प्रबंधन ने कर्मचारियों को आश्वासन दिया था कि दिसंबर 2012 तक जून महीने तक का वेतन दे दिया जाएगा। मगर यह आश्वासन अब तक पूरा नहीं किया गया है।
कर्मचारियों ने बुधवार को धमकी दी थी कि अगर प्रबंधन कंपनी की पुनरुद्धार योजना के बारे में उन्हें नहीं बताएगा, तो वे कंपनी कानून के तहत अदालत में एयरलाइंस को बंद करने की अपील करेंगे। किंगफिशर का लाइसेंस पिछले साल 31 दिसंबर को ही खत्म हो चुका है। पिछले महीने कंपनी ने अपने पुनरुद्धार की योजना डीजीसीए को सौंपी थी लेकिन नियामक ने कंपनी से अतिरिक्त जानकारियां मांगी हैं। कंपनी को इसकी स्थापना से अब तक करीब 8,000 करोड़ रुपये का घाटा हो चुका है। इसके अलावा इस पर बैंकों का 7,524 करोड़ रुपये का कर्ज है।