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पूरा गुजरात होगा वाई-फाई

वाईब्रेंट गुजरात में सबका ध्यान भले ही लाखों करोड़ के निवेश पर जाकर ठहरा हो लेकिन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे युवा शक्ति के कौशल व रोजगार से जोड़कर अपने इरादे जता दिए हैं। साथ ही उन्होंने पूरे गुजरात को वाई-फाई सुविधा से लैस करने का वादा किया है। सम्मेलन के दूसरे व अंतिम दिन टाट

By Edited By: Published: Sun, 13 Jan 2013 09:02 AM (IST)Updated: Mon, 30 Mar 2015 06:40 PM (IST)
पूरा गुजरात होगा वाई-फाई

गांधीनगर [शत्रुघ्न शर्मा]। वाईब्रेंट गुजरात में सबका ध्यान भले ही लाखों करोड़ के निवेश पर जाकर ठहरा हो लेकिन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे युवा शक्ति के कौशल व रोजगार से जोड़कर अपने इरादे जता दिए हैं। साथ ही उन्होंने पूरे गुजरात को वाई-फाई सुविधा से लैस करने का वादा किया है। सम्मेलन के दूसरे व अंतिम दिन टाटा समूह के नए चेयरमैन साइरस मिस्त्री सबके आकर्षण का केंद्र रहे।

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छठे 'वाईब्रेंट गुजरात' के समापन मौके पर नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत युवाओं का देश है। अगर उनके बेहतर भविष्य के लिए योजना पेश नहीं की गई तो आने वाले समय में युवाधन देश पर बोझ बन सकता है। उन्होंने कहा कि निवेशकों के इस सम्मेलन से राज्य में 30 लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा। जब दुनिया पर मंदी की धुंध छाई है तब गुजरात ने निवेश के जरिये विकास की नई रोशनी दिखाई है। मोदी ने कहा उनकी प्राथमिकता युवाओं का विकास है। अब तक गांव-गांव बिजली, पानी, सड़क व ब्रॉडबैंड पहुंचाया। अब राज्य को वाई-फाई बनाएंगे। साथ ही एग्रो प्रोसेसिंग, हृयूमेन डेवलपमेंट व औद्योगिक कलस्टर को आधुनिक सुविधाओं से लैस करना उनकी प्राथमिकता होगी।

उन्होंने कहा कि लघु एवं मझोले उद्योग (एसएमई) कम पूंजी में अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराते हैं। इसलिए इन्हें विकसित करने के लिए जरूरत के मुताबिक कौशल निर्माण के कार्यक्रम चलाए जाएंगे। साथ ही एसएमई के पेटेंट के लिए उद्योग विभाग में एक अलग से इकाई बनाई जाएगी। यह इकाई एसएमई की जरूरतों और समस्याओं को निपटाएगी। पिछले कुछ सालों में देश में जहां एसएमई की विकास दर 19 फीसद रही है, वहीं गुजरात में इस उद्योग की विकास दर 85 फीसद रही है। मोदी ने दावा किया कि गुजरात देश में सबसे कम बेरोजगारी वाला राज्य बन गया है।

इस मौके पर टाटा समूह के नए चेयरमैन साइरस मिस्त्री ने भी मोदी के सम्मान में कसीदे काढ़े। उन्होंने समूह द्वारा यहां निवेश बरकरार रखने को वचनबद्धता भी जताई। इस सम्मेलन में दुनिया के 121 देश शामिल हुए लेकिन भारत सरकार की इससे दूरी हर किसी को खटकती रही। देश-विदेश के 59 हजार बिजनेस प्रतिनिधि यहां आए और 17 हजार 719 निवेश के करार किए।

मोदी को दंगों के चलते वीजा नहीं देने वाले अमेरिका ने भी अब गुजरात में निवेश की इच्छा जताई है। अमेरिकी बिजनेस काउंसिल के अध्यक्ष रॉन सोमर्स ने कहा है कि निवेश के लिए अमेरिकियों के लिए पहली पसंद गुजरात है। कुशल नेतृत्व व क्रियाशील प्रशासन के चलते यहां निवेश का बेहतर माहौल है।

मोदी के विशेष निवेश क्षेत्र को उद्यमियों ने हाथों हाथ लिया। धोलेरा सर के लिए 24 हजार करोड़ रुपये के एमओयू कर उद्यमियों ने गुजरात के औद्योगिक विकास में भागीदारी की होड़ दिखाई। सबसे ज्यादा इन्फ्रास्ट्रक्चर पर उद्यमियों ने जोर दिया। दिल्ली-मुंबई औद्योगिक कॉरीडोर पर स्थित धोलेरा में राज्य सरकार विशेष निवेश क्षेत्र बना रही है। यहां 26 हजार हेक्टेयर में स्मार्ट सिटी बनाने की योजना है।


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