UPI लेनदेन जून में लगातार दूसरे महीने 10 लाख करोड़ रुपये से ऊपर, जानिए पिछले माह से कितना रहा कम
यूपीआई (UPI) लेनदेन जून में लगातार दूसरे महीने 10 लाख करोड़ रुपये से ऊपर रहा। एनपीसीआई (National Payments Corporation of India) ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। हालांकि जून का यूपीआई ट्रांजैक्शन पिछले महीने से दो फीसद से ज्यादा कम रहा।
नई दिल्ली, पीटीआइ/बिजनेस डेस्क। भारत में यूपीआई ट्रांजैक्शन लगातार बढ़ता जा रहा है। यूपीआई आधारित डिजिटल लेनदेन जून में लगातार दूसरे महीने 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा। हालांकि, इसमें पिछले महीने की तुलना में करीब 3 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
पिछले महीने से 2.6 प्रतिशत कम रहा यूपीआई ट्रांजैक्शन
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के आंकड़ों से पता चलता है कि जून 2022 में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (या भीम यूपीआई) डिजिटल भुगतान के तहत लेनदेन मूल्य 10,14,384 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले महीने से 2.6 प्रतिशत कम है। अगर हम टोटल ट्रांजैक्शन नंबर की बात करें तो जून महीने में यूपीआई के नेतृत्व वाले भुगतान कुल 5.86 बिलियन थे।
मई में हुआ था रिकॉर्ड 10,41,506 करोड़ रुपये का यूपीआई लेनदेन
वहीं, अगर मई 2022 की बात की जाए तो मई में यूपीआई लेनदेन का रिकॉर्ड मूल्य 10,41,506 करोड़ रुपये था, जिसमें कुल 5.95 बिलियन ट्रांजैक्शन हुए थे। मई के पहले अप्रैल माह में कुल 5.58 बिलियन ट्रांजैक्शन के माध्यम से UPI लेनदेन 9,83,302 करोड़ रुपये का था।
आपको बता दें कि ऑनलाइन और डिजिटल पेमेंट रोजमर्रा की जरूरत बनने के साथ अब अर्थव्यवस्था की रीढ़ भी साबित होते जा रहे हैं। Worldline की 'इंडिया डिजिटल पेमेंट्स रिपोर्ट' के अनुसार, जनवरी-मार्च 2022 के दौरान 10.25 लाख करोड़ रुपये का कारोबार इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट माध्यमों के जरिए किया गया। इस दौरान डेबिट और क्रेडिट कार्ड, मोबाइल वॉलेट और प्रीपेड कार्ड जैसे प्रीपेड भुगतान साधनों और UPI के जरिए 936 करोड़ लेन-देन किए गए।
रिपोर्ट में बताया गया है कि जनवरी से मार्च की तिमाही के दौरान यूपीआइ पी2एम (P2M) लेनदेन, उपभोक्ताओं के बीच सबसे पसंदीदा भुगतान मोड के रूप में उभरा। बाजार में इसकी हिस्सेदारी 64 फीसद थी, जो मूल्य के मामले में 50 फीसद आंकी गई है। पेमेंट के लिए यूपीआइ (UPI Payments) का इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए यह बात हैरान नहीं करती। जनवरी-मार्च 2022 की तिमाही के दौरान, UPI में 14.55 बिलियन से अधिक लेन-देन हुए। मूल्य में आंका जाए तो यह आंकड़ा 26.19 लाख करोड़ रुपये बैठता है।