IMF से भारी कर्ज लेने के बाद भी आर्थिक संकट के बीच खड़ा है पाकिस्तान: संयुक्त राष्ट्र
अपनी ट्रेड एंड डेवलपमेंट रिपोर्ट 2019 में पाकिस्तान के लिए यूएन ने कहा पाकिस्तान आर्थिक संकट के बीच खड़ा है। वहां विकास की दर आधी ही रह चुकी है।
इस्लामाबाद, एएनआइ। संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि पाकिस्तान आर्थिक संकट के मध्य में खड़ा है। संयुक्त राष्ट्र की ट्रेड एंड डेवलपमेंट रिपोर्ट 2019 में पाकिस्तान के लिए यह बात कही गई है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि चीन और सऊदी अरब से मदद मिलने और आईएमएफ (IMF) से भारी कर्ज लेने के बाद भी पाकिस्तान आर्थिक संकट के बीच खड़ा हुआ है।
अपनी ट्रेड एंड डेवलपमेंट रिपोर्ट 2019 में पाकिस्तान के लिए यूएन ने कहा, 'पाकिस्तान आर्थिक संकट के बीच खड़ा है। वहां विकास की दर आधी ही रह चुकी है। पेमेंट्स का बेलेंस बहुत खराब स्थिति में है। रुपये में जबरदस्त गिरावट आ चुकी है और बाहरी कर्ज बहुत बड़ा है व लगातार बढ़ रहा है।'
संयुक्त राष्ट्र की इस रिपोर्ट में बताया गया है कि पाकिस्तान का सालाना राजकोषीय घाटा साल 2018-19 के लिए बढ़कर 8.9 फीसद हो गया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि यह आंकड़ा पिछले 30 सालों में सबसे उच्च स्तर पर है। बता दें कि राजकोषीय घाटा सरकार के राजस्व और व्यय के बीच का अंतर होता है। किसी भी देश का बढ़ता हुआ राजकोषीय घाटा उसकी खराब आर्थिक स्थिति को व्यक्त करता है।
रिपोर्ट में चीनी अर्थव्यवस्था पर भी हुई है टिप्पणी
संयुक्त राष्ट्र ने ट्रेड एंड डेवलपमेंट रिपोर्ट 2019 में चीनी अर्थव्यवस्था पर भी टिप्पणी की है। यूएन ने रिपोर्ट में बताया है कि साल 2017 के बाद से चीन के आर्थिक विकास में कमी आ रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्रोथ में इस साल और ज्यादा गिरावट आ सकती है, जिसका कारण व्यापार और प्रौद्योगिकी तनाव है। साथ ही रिपोर्ट में बताया गया है की चीन की अर्थव्यवस्था में गिरावट का असर कई पूर्वी एशियाई और दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों पर भी पड़ेगा।