ब्रिटेन में मुकदमा हारी उबर, ड्राइवरों को अब मानना होगा कर्मचारी, जानिए क्या होगा इसका असर
ब्रिटेन की सुप्रीम कोर्ट ने कंपनी को आदेश दिया है कि उसे अपने ड्राइवरों को कंपनी का कर्मचारी मानना होगा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि उबर को अपने ड्राइवरों को न्यूनतम वेतन बीमार रहने के दौरान वेतन भुगतान और छुट्टियों जैसी सुविधाएं देनी होंगी।
नई दिल्ली, पीटीआइ। मोबाइल एप आधारित कैब सर्विस मुहैया कराने वाली अमेरिकी दिग्गज उबर इंक ब्रिटेन में अपने ड्राइवरों के साथ चल रहा एक मुकदमा हार गई है। ऐसे में वह अब ब्रिटेन में अपने ड्राइवरों को 'सेल्फ इंप्लॉइड' यानी स्व-रोजगार की श्रेणी में नहीं रख सकेगी। ब्रिटेन की सुप्रीम कोर्ट ने कंपनी को आदेश दिया है कि उसे अपने ड्राइवरों को कंपनी का कर्मचारी मानना होगा।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि उबर को अपने ड्राइवरों को न्यूनतम वेतन, बीमार रहने के दौरान वेतन भुगतान और छुट्टियों जैसी सुविधाएं देनी होंगी। कोर्ट के इस फैसले से दुनियाभर में कंपनी को अपने ड्राइवरों के साथ समान व्यवहार करने का दबाव बढ़ेगा।
Britain's Supreme Court ruled that a group of Uber drivers are entitled to worker rights such as the minimum wage, in a blow to the ride-hailing service that has ramifications for millions of others https://t.co/YJ8rZheVNV" rel="nofollow pic.twitter.com/ngVnfPFQjR— Reuters (@Reuters) February 20, 2021
उबर के कुछ ड्राइवरों ने कंपनी के समक्ष यह दावा किया था कि उन्हें स्व-रोजगारकर्ता नहीं, बल्कि कर्मचारी माना जाए। उन्हें ब्रिटेन के कानून के तहत वे सभी बुनियादी सुविधाएं दी जाएं, जो कर्मचारियों के लिए वर्णित हैं। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि उबर के ड्राइवर जब तक मोबाइल एप पर सक्रिय रहते हैं, तब तक के लिए कंपनी को उन्हें कर्मचारी ही मानना पड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि उबर और ड्राइवरों के एक समूह के बीच पिछले 5 साल से इस मुद्दे पर कानूनी लड़ाई चल रही थी। इससे पहले ब्रिटेन के रोजगार न्यायाधिकरण, रोजगार अपीलीय न्यायाधिकरण और अपीलीय अदालत ने भी इस मामले में उबर के ड्राइवरों के पक्ष को सही ठहराया है। कोर्ट के इस फैसले का दुनियाभर में उबर के कारोबार पर व्यापक असर हो सकता है। फैसले के बाद प्री-मार्केट ट्रेडिंग में उबर के शेयरों में एक फीसद की गिरावट आई।