ट्रकों की देशव्यापी हड़ताल से बिगड़ सकता है आपका बजट, जानें क्या है वजह
ऑल इंडिया कॉन्फेडरेशन ऑफ गुड्स व्हीकल ओनर्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट चन्ना रेड्डी ने बताया कि हमारी हड़ताल आज सुबह से शुरू हो गई है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। पेट्रोल और डीजल की कीमतें भले ही बीते कुछ दिनों में कम हुई हों, लेकिन अब ये नए रास्ते से आपके किचन का बजट बिगाड़ सकती हैं। दरअसल ईंधन की बढ़ती कीमतों और थर्ड पार्टी इंश्योरेंस के प्रीमियम में इजाफा किए जाने के खिलाफ ट्रक मालिकों ने 18 जून से देशव्यापी हड़ताल का फैसला किया है।
ऑल इंडिया कॉन्फेडरेशन ऑफ गुड्स व्हीकल ओनर्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट चन्ना रेड्डी ने बताया, “पेट्रोल एवं डीजल की बढ़ती कीमतों और थर्ड पार्टी इंश्योरेंस के प्रीमियम पर हुए इजाफे के विरोध में राष्ट्रव्यापी हड़ताल आज सुबह से शुरू हो गई है। इसमें करीब 90 लाख ट्रकों के शामिल होने का अनुमान है जिनमें से 60 लाख ट्रक देश भर में कहीं पर भी नहीं चलेंगे।”
रेड्डी ने कहा कि सरकार तर्क दे रही है कि पेट्रोल एवं डीजल के दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों में तेजी के चलते बढ़ रहे हैं। हालांकि हमारा मानना है कि ईंधन की कीमतों में इस तेजी के पीछे की वजह अंतरराष्ट्रीय कीमतों का बढ़ना नहीं बल्कि उस पर सरकार की ओर से लगाए गए भारी कर हैं।
आम आदमी को क्या नुकसान?
अगर यह हड़ताल जारी रही तो आम आदमी की रोजमर्रा की जरूरतों से जुड़े सामान मसलन सब्जियां एवं अन्य खाने पीने के सामानों की आपूर्ति ठप पड़ जाएगी। इसका मतलब यह हुआ कि बाजार में जो सब्जियां पहले से मौजूद होंगी या उनकी आवक मंडियो तक हो गई होगी उनके दाम आसमान छूने लगेंगे।