ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की नजर में टाटा समूह अव्वल
बर्लिन। भ्रष्टाचार विरोधी संगठन ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल (टीआइ) की नजर में विश्व के उभरते हुए बाजारों के बीच पारदर्शिता के मामले में इंडिया इंक का प्रदर्शन सबसे बढि़या है। इस मामले में टाटा समूह ने बाजी मारी है। टीआइ ने अपनी ताजा रिपोर्ट में उच्च नैतिक कारोबारी मानदंडों के लिए भारतीय कंपनियों की सराहना की है। साथ
बर्लिन। भ्रष्टाचार विरोधी संगठन ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल (टीआइ) की नजर में विश्व के उभरते हुए बाजारों के बीच पारदर्शिता के मामले में इंडिया इंक का प्रदर्शन सबसे बढि़या है। इस मामले में टाटा समूह ने बाजी मारी है। टीआइ ने अपनी ताजा रिपोर्ट में उच्च नैतिक कारोबारी मानदंडों के लिए भारतीय कंपनियों की सराहना की है। साथ ही पड़ोसी देश चीन की कंपनियों को व्यापार करने के लिए अपनाए जा रहे अपारदर्शी तौर-तरीकों के लिए फटकार लगाई है।
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ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने 16 देशों की 100 कंपनियों को 10 अंकों के मापदंड पर परखा है। पारदर्शिता के मामले में टाटा समूह अव्वल रहा। टीआइ की सूची में टाटा कम्युनिकेशंस 7.1 अंक के साथ अव्वल रही। टाटा ग्लोबल वेबरेजस और टाटा स्टील (दोनों 6.6 अंक) के साथ दूसरे नंबर पर रही हैं। टाटा केमिकल्स, टीसीएस और टाटा मोटर्स भी सूची में जगह बनाने में सफल रहीं। इसके अलावा एयरटेल, महिंद्रा एंड महिंद्रा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, विप्रो, ल्यूपिन, वेदांत रिसोर्सेज, इंफोसिस, सुजलॉन, हिंडाल्को, एलएंडटी, क्रॉम्पटन ग्रीव्स, भारत फोर्ज और बजाज ऑटो ने भी सूची में जगह बनाई। पारदर्शी संगठन के मामले में अमीरात एयरलाइन पहले स्थान पर है।
ब्रिक्स अर्थव्यवस्थाओं में चीन को सबसे नीचे रखा गया। भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष, कंपनी रिपोर्ट एवं राजस्व, व्यय तथा करों के बारे में कंपनियों के जानकारी देने के तरीके पर तीन चौथाई कंपनियों को 10 में से पांच अंक मिले हैं। इनमें से 60 फीसद की सबसे बड़ी खामी यह रही कि उन्होंने राजनीतिक दलों को दान देने के बारे में जानकारी नहीं दी।
खराब प्रदर्शन करने वाली 10 कंपनियों में से आठ चीन की हैं। सरकारी कंपनी चेरी ऑटोमोबाइल लिमिटेड और मेक्सिको की निजी उपभोक्ता उत्पाद बनाने वाली कंपनी मेबी समूह को शून्य अंक मिले हैं। चेरी के प्रवक्ता वांग वेइ ने कहा कि उन्होंने ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल का नाम ही नहीं सुना है। बर्लिन स्थित टीआइ के प्रमुख ह्यूंग लाबेल के मुताबिक, उभरते बाजारों की कंपनियों को अपना कारोबारी दायरा बढ़ाने के साथ भ्रष्टाचार रोकने में अहम भूमिका निभानी चाहिए। भ्रष्टाचार विरोधी उपायों की घोषणा कंपनी के नैतिक आचरण की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।