टोयोटा सहित चार कंपनियां वापस लेंगी 34 लाख कारें
टोक्यो। टोयोटो और होंडा मोटर सहित जापान की चार कंपनियां दुनियाभर से करीब 34 लाख कारें वापस लेंगी। इन सभी कारों में टकाता कॉरपोरेशन के बनाए एयरबैग लगे हैं, जिनमें गड़बड़ी पाई गई है। इनमें भारत में बेची गई टोयोटा की प्रीमियम सेडान कार कोरोला भी शामिल। इनका निर्माण जनवरी-जून 2003 में किया गया है। टोयोटा ने नवंबर 2000
टोक्यो। टोयोटो और होंडा मोटर सहित जापान की चार कंपनियां दुनियाभर से करीब 34 लाख कारें वापस लेंगी। इन सभी कारों में टकाता कॉरपोरेशन के बनाए एयरबैग लगे हैं, जिनमें गड़बड़ी पाई गई है। इनमें भारत में बेची गई टोयोटा की प्रीमियम सेडान कार कोरोला भी शामिल। इनका निर्माण जनवरी-जून 2003 में किया गया है।
टोयोटा ने नवंबर 2000 से मार्च 2004 के बीच बनाई गई 17.3 लाख कारें वापस लेने की घोषणा की है। इनमें से 5.80 लाख कारें अमेरिका और 4.90 लाख कारें यूरोप में वापस ली जाएंगी। कंपनी के प्रवक्ता रियो सकाई ने कहा कि आगे की सीट के लिए लगाए गए एयरबैग तकनीकी खराबी के कारण सही तरीके से नहीं खुलते हैं। एयरबैग के इन्फ्लेटर्स में खराबी के चलते आग लगने का भी जोखिम है। हालांकि इससे अब तक किसी दुर्घटना या नुकसान की बात सामने नहीं आई है। सकाई ने कहा कि कंपनी इन कारों को वापस लेकर इन्फ्लेटर्स बदलेगी।
वहीं, होंडा दुनियाभर से 11.4 लाख कारें वापस मंगाएगी। निसान मोटर ने 4.80 लाख और माजदा मोटर कॉर्प ने 45 हजार 500 कारें वापस लेने की घोषणा की है। इससे पहले पिछले साल अक्टूबर में टोयोटा ने अब तक की सबसे ज्यादा 74 लाख कारें वापस मंगाई थीं। ऑटो उद्योग में गड़बड़ी के कारण बड़ी संख्या में वाहनों को वापस लेने के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इसका कारण ऑटो कंपनियों द्वारा लागत घटाने के लिए एक जैसे कलपुर्जे खरीदकर गिने-चुने आपूर्तिकर्ताओं पर अपनी निर्भरता बढ़ाना है।
टकाता ने खराबी वाले ये एयरबैग अन्य देशों की कंपनियों को भी आपूर्ति किए हैं। टोक्यो स्थित इस कंपनी के प्रवक्ता तोयोहिरो हिशिकावा के मुताबिक करीब 20 लाख कारों में गड़बड़ी वाले एयरबैग इस्तेमाल किए गए हैं। कंपनी दुनिया की अन्य कंपनियों को एयरबैग्स के अलावा सीटबेल्ट की भी आपूर्ति करती है।
वापसी के बड़े फैसले :
कंपनी, समय, कारें
टोयोटा, जनवरी 2010, 56 लाख
जीएम, मार्च 2010, 13 लाख
टोयोटा, अगस्त 2010, 13 लाख
बीएमडब्ल्यू,अक्टूबर 2010, 3.5 लाख
टोयोटा, अक्टूबर 2010,16.6 लाख
टोयोटा, जनवरी 2011, 17 लाख
होंडा, मई 2011, 8.3 लाख
होंडा, सितंबर 2011, 9.6 लाख
बीएमडब्ल्यू, मार्च 2012, 13 लाख
टोयोटा, अक्टूबर 2012 74 लाख