Move to Jagran APP

इस Mutual Fund का MNC फंड कैटेगरी में दमदार प्रदर्शन, 1 साल में दिया 65% का रिटर्न

पिछले एक साल में म्यूचुअल फंड की कई स्कीम्स ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। यहां तक कि बहुराष्ट्रीय कंपनियों (मल्टी नेशनल) में निवेश करने पर भी इन्होंने अच्छा रिटर्न दिया है। 1 साल में इनका रिटर्न 65% तक का रहा है।

By Ankit KumarEdited By: Published: Wed, 21 Jul 2021 06:10 PM (IST)Updated: Wed, 21 Jul 2021 06:10 PM (IST)
इक्विटी मार्केट्स की बात की जाए तो कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों के शेयरों ने अच्छा प्रदर्शन किया।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। पिछले एक साल में म्यूचुअल फंड की कई स्कीम्स ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। यहां तक कि बहुराष्ट्रीय कंपनियों (मल्टी नेशनल) में निवेश करने पर भी इन्होंने अच्छा रिटर्न दिया है। 1 साल में इनका रिटर्न 65% तक का रहा है जबकि इस साल के पहले 6 महीनों में यह 25% रहा है। आंकड़े बताते हैं कि ICICI प्रूडेंशियल MNC फंड ने इस साल में अब तक 25.39% का रिटर्न दिया है जबकि 1 साल में 65.92 और 2 साल में 30.10% का रिटर्न दिया है। SBI मैग्नम ग्लोबल फंड ने इस साल में 24.26%, 1 साल में 52.32 और 2 साल में 27.40% का फायदा दिया है। यूटीआई MNC फंड ने इस साल में 14.55, 1 साल में 32.38 और 2 साल में 17.59% का रिटर्न दिया है।  

loksabha election banner

इक्विटी मार्केट्स की बात की जाए तो कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों के शेयरों ने अच्छा प्रदर्शन किया। इसका लाभ MNC Fund में इंवेस्ट करने वालों को मिला।

ICICI Prudential MNC Fund की बात की जाए तो कंपनी तीन चीजों पर फोकस करती है। इनमें सबसे पहले भारतीय बहुराष्ट्रीय कंपनियां आती हैं जो भारत में बनती हैं और पूरी दुनिया में अपने कारोबार करती हैं। दूसरी मल्टी नेशनल कंपनियां जो भारत में लिस्टेड होती हैं और कारोबार करती हैं, पर विदेशी होती हैं। तीसरी ग्लोबल मल्टी नेशनल कंपनियां होती हैं जो विदेशी कंपनियां होती हैं और पूरी दुनिया में इनका कारोबार होता है, पर ये भारत में लिस्टेड नहीं होती हैं।  

बहुराष्ट्रीय कंपनियां कंज्यूमर, ऑटोमोबाइल, इंडस्ट्रियल मैन्युफैक्चरिंग, मेटल्स, सूचना एवं प्रौद्योगिकी (IT), सीमेंट और फार्मा पर फोकस करती हैं। इस तरह की कंपनियों में बेहतरीन कॉर्पोरेट गवर्नेंस होता है। इनकी बैलेंसशीट मजबूत होती है और मजबूत ब्रांड के साथ एडवांस टेक्नोलॉजी होती है। इस तरह की कंपनियों के शेयरों में कम उतार-चढ़ाव होता है।  

सेबी के रेगुलेशन के मुताबिक, इस तरह के फंड कम से कम अपने निवेश का 80% हिस्सा MNC कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं। बाकी 20% अन्य संसाधनों में निवेश किया जा सकता है। एक निवेशक इस तरह के फंड में साइक्लिकल और सुरक्षित दोनों तरह की थीम में निवेश कर सकता है। इस सेक्टर में जहां बड़ी-बड़ी फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) और फार्मा कंपनियां होती हैं, वहीं दूसरी ओर IT कंपनियां भी होती हैं। इसका मतलब ये कई सेक्टर में कारोबार करती हैं। 

ICICI प्रूडेंशियल MNC फंड ने जून 2021 तक 20% इंटरनेशनल सिक्योरिटीज में हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, कंज्यूमर नॉन ड्यूरेबल्स और ऑयल एवं पेट्रोलियम प्रोडक्ट सेक्टर के शेयरों में निवेश किया है। फंड हाउस का डायवर्सिफिकेशन निवेशकों को भारत के बाहर लिस्टेड स्टॉक से संभावित फायदा देने में मदद करता है। जहां तक भारतीय इक्विटीज में एक्सपोजर की बात है, तो यह सभी मार्केट कैपिटलाइजेशन में निवेश करता है।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.