टाटा संस ने साइरस मिस्त्री पर लगाया गोपनीयता के उल्लंघन का आरोप, भेजा कानूनी नोटिस
टाटा संस ने साइरस मिस्त्री को गोपनीयता के उल्लंघन के आरोप में कानूनी नोटिस भेजा है। मिस्त्री पर आरोप लगा है कि उन्होंने संवेदनशील और गोपनीय दस्तावेजों का खुलासा किया है
नई दिल्ली। रतन टाटा और साइरस मिस्त्री के बीच जारी बोर्डरूम विवाद अब एक नए मोड़ पर आ गया है। मंगलवार को टाटा संस ने पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री को गोपनीयता के उल्लंघन के आरोप में कानूनी नोटिस भेजा है। साइरस मिस्त्री पर आरोप लगा है कि उन्होंने संवेदनशील और गोपनीय दस्तावेजों का खुलासा किया है। गौरतलब है कि साइरस मिस्त्री को बीते 24 अक्टूबर को टाटा संस के चेयरमैन पद से हटा दिया गया था। इस हलचल के बाद से ही मिस्त्री और टाटा के बीच आरोप-प्रत्यारोपों का दौर जारी है।
रतन टाटा ने पहली बार लिया मिस्त्री पर एक्शन:
टाटा संस के भीतर उपजे इस विवाद के बीच यह पहला मौका है जब जब रतन टाटा की ओर से साइरस मिस्त्री को लीगल नोटिस भेजा गया है। इससे पहले रतन टाटा ने यह कहा था कि बीते दो महीने से जारी इस विवाद के कारण उनकी छवि को योजनाबद्ध तरीके से नुकसान पहुंचाने की कोशिश हुई है। उन्होंने समूह की एक कंपनी की ओर से बुलाई गई ईजीएम में यह बात कही थी। उन्होंने अंत में यह भी कहा था कि आखिर में सच सबके सामने आएगा।
रतन टाटा ने कहा मेरे छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश हुई
रतन टाटा ने कहा, “बीते दो महीनों के दौरान निश्चित तौर पर मेरी और इस महान ग्रुप टाटा ग्रुप की छवि को बिगाड़ने की कोशिश हुई। इन दिनों मैं काफी अकेला हूं। क्योंकि न्यूजपेपर्स उन पर होने वाले हमलों से भरे होते हैं। हालांकि इनमें से ज्यादातक बेबुनियाद और दुख पहुंचाने वाले होते हैं। ग्रुप 150 साल पुराना है। इसका बेस गर्वनेंस और फेयर प्ले रहा। मैं सोचता हूं कि आखिर में सच्चाई की जीत होगी।”
मिस्त्री बनाम टाटा: लॉ ट्रिब्यूनल ने कहा कि देश की साख खतरे में
मुंबई के राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण में टाटा संस और साइरस मिस्त्री के बीच जारी कानूनी लड़ाई पर सुनवाई का गुरुवार को पहला दिन था। इस बेंच ने साइरस इन्वेस्टमेंट्स और स्टर्लिंग इंवेस्टमेंट कारपोरेशन प्राइवेट लिमिटेड को किसी भी तरह की राहत देने से इनकार कर दिया जिसने टाटा संस (100 बिलियन डॉलर की समूह कंपनी) के चेयरमैन के रूप में साइरस मिस्त्री को हटाने पर अंतरिम रोक के लिए ट्रिब्यूनल का दरवाजा खटखटाया था।
ट्राइब्यूनल ने इशारा किया है कि इस मुद्दे पर शीघ्रता से निर्णय लिया जाना चाहिए। न्यायमूर्ति बीएसवी प्रकाश कुमार ने कहा कि "इससे सिर्फ टाटा की ही नहीं बल्कि देश की प्रतिष्ठा भी दांव पर है।” साइरस इन्वेस्टमेंट्स और स्टर्लिंग इंवेस्टमेंट कारपोरेशन प्राइवेट लिमिटेड की मालिकाना हक मिस्त्री के परिवार के पास है जो कि टाटा संस में 18.3 फीसदी की हिस्सेदारी रखता है। वहीं टाटा ट्रस्ट का नेतृत्व रतन टाटा करते हैं जिनके पास कंपनी का 66 फीसदी स्टेक है।