साइरस मिस्त्री को टाटा संस के निदेशक मंडल से हटाने के लिए भेजा गया नोटिस
पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री को टाटा संस ने अपने निदेशक मंडल से हटाने के लिए एक नोटिस भेजा है
नई दिल्ली। पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री को टाटा संस ने अपने निदेशक मंडल से हटाने के लिए एक नोटिस भेजा है। इस विवाद के चलते टाटा समूह की इस होल्डिंग कंपनी के निदेशक मंडल के फैसलों में मिस्त्री के परिवार का सीधा जुड़ाव खत्म हो सकता है। मिस्त्री को हटाने की दिशा में पहले से ही काम हो रहा था, लेकिन मंगलवार की सुबह टाटा ग्रुप के वरिष्ठ सदस्यों की एक मीटिंग में अंतत: यह तय कर लिया गया कि मिस्त्री को रुखसत करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाए। इकोनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक मंगलवार को मिस्त्री को यह नोटिस भेजा गया है। आपको बता दें कि मिस्त्री वर्ष 2006 से टाटा संस के बोर्ड में हैं।
इस फैसले पर मुहर लगाने के लिए आने वाले हफ्तों में शेयरहोल्डर्स की एक औपचारिक बैठक बुलाई जाएगी। पलोनजी मिस्त्री परिवार के साइरस मिस्त्री और उनके भाई शापूर मिस्त्री टाटा संस में सबसे बड़े इंडिविजुअल शेयरहोल्डर हैं। उनके पास टाटा संस की 18.4 फीसदी हिस्सेदारी है।
टाटा संस ने साइरस मिस्त्री पर लगाया गोपनीयता के उल्लंघन का आरोप, भेजा कानूनी नोटिस
27 दिसंबर को टाटा संस ने पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री को गोपनीयता के उल्लंघन के आरोप में कानूनी नोटिस भेजा है। साइरस मिस्त्री पर आरोप लगा है कि उन्होंने संवेदनशील और गोपनीय दस्तावेजों का खुलासा किया है। गौरतलब है कि साइरस मिस्त्री को बीते 24 अक्टूबर को टाटा संस के चेयरमैन पद से हटा दिया गया था। इस हलचल के बाद से ही मिस्त्री और टाटा के बीच आरोप-प्रत्यारोपों का दौर जारी है।
जानबूझकर और सुनियोजित तरीके से छवि बिगाड़ने का किया गया प्रयास: रतन टाटा
टाटा समूह के अंतरिम चेयरमैन रतन टाटा ने कहा है कि जानबूझकर और सुनियोजित तरीके से निराधार आरोप लगाकर उनकी व्यक्तिगत छवि बर्बाद करने का प्रयास किया गया। उन्होंने किसी का नाम लिये बगैर कहा कि टाटा समूह के मूल्य और सिद्धांतों को ऐसे लोगों ने चुनौती दी जो प्राय: अपने ही घोषित उपदेशों का उल्लंघन करने के लिए जाने जाते हैं।