Move to Jagran APP

रघुराम राजन के भाई मुकुंद राजन ने दिया टाटा ग्रुप से इस्तीफा, 31 मार्च को होगा कंपनी में आखिरी दिन

मुकुंद राजन रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के भाई हैं

By Praveen DwivediEdited By: Published: Fri, 16 Mar 2018 09:03 AM (IST)Updated: Fri, 16 Mar 2018 09:04 AM (IST)
रघुराम राजन के भाई मुकुंद राजन ने दिया टाटा ग्रुप से इस्तीफा, 31 मार्च को होगा कंपनी में आखिरी दिन
रघुराम राजन के भाई मुकुंद राजन ने दिया टाटा ग्रुप से इस्तीफा, 31 मार्च को होगा कंपनी में आखिरी दिन

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। टाटा संस ने गुरुवार को जानकारी दी है कि उनके चीफ इथिक्स ऑफिसर मुकुंद राजन ने टाटा संस से इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि उन्होंने निजी कारणों से इस्तीफा दिया है और वो खुद का कारोबार करना चाहते हैं। कंपनी की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया, “डॉ राजन और टाटा संस इस बात पर सहमत हुए हैं कि राजन अपनी सेवाएं देना 31 मार्च 2018 से बंद कर देंगे।”

loksabha election banner

कंपनी से जाने का कारण पूछे जाने पर राजन ने बताया कि उन्होंने निजी कारणों के चलते टाटा संस को छोड़ने का फैसला लिया है और वो जल्द ही आने वाले कुछ महीनों में अपना खुद का कारोबार शुरू कर सकते हैं। आपको बता दें कि मुकुंद राजन रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के भाई हैं।

कौन हैं मुकुंद राजन: आपको बता दें कि 49 साल के डॉ राजन इससे पहले टाटा टेलीसर्विसेज (महाराष्ट्र) के प्रबंध निदेशक भी रह चुके हैं। फरवरी 2013 में समूह प्रवक्ता और ब्रांड संरक्षक के रूप में नियुक्त किया गया था। इनकी नियुक्ति साइरस मिस्त्री के समय की गई पहली बड़ी नियुक्ति थी। राजन टाटा संस में 1990 से काम काम कर रहे थे। वो हाल ही में टाटा टेलीकॉम के फायबर कारोबार के प्रस्तावित अधिग्रहण की खबरों के कारण चर्चा में आए थे। वो टाटा संस के पूर्व चेयरमैन सायरस मिस्त्री की ओर से बनाई गई जीईसी (ग्रुप एग्जीक्यूटिव काउंसिल) का भी हिस्सा थे, जिसे साल 2013 में बनाया गया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.