Rahat Package की चमक आज पड़ी फीकी, बाजार खुलते ही SBI समेत ये शेयर हुए धड़ाम
Sensex की गुरुवार को कमजोर शुरुआत हुई। बाजार खुलते ही शेयर बाजार का मेन इंडेक्स करीब 111 अंक चढ़कर 51128 पर खुला। हालांकि इसके बाद बाजार में गिरावट आ गई। सूचकांक लुढ़क कर 50954 अंक पर आ गया।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Sensex की गुरुवार को कमजोर शुरुआत हुई। बाजार खुलते ही शेयर बाजार का मेन इंडेक्स करीब 111 अंक चढ़कर 51128 पर खुला। हालांकि इसके बाद बाजार में गिरावट आ गई। सूचकांक लुढ़क कर 50954 अंक पर आ गया। Titan, TCS समेत 8 शेयर हरे निशान के ऊपर थे। बाकी शेयरों में तेज गिरावट देखी गई। Nifty 50 भी 15,289 अंक पर कारोबार कर रहा था। विश्लेषकों ने कहा कि IT शेयरों में अच्छी लिवाली देखने को मिली।
एक दिन पहले एशियाई बाजारों के सकारात्मक रुख के बीच प्रौद्योगिकी, वित्तीय और वाहन कंपनियों के शेयरों में लिवाली से एक दिन की गिरावट के बाद बुधवार को बीएसई सेंसेक्स फिर चढ़ गया था और कारोबार की समाप्ति पर 51,000 अंक के पार निकल गया। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 379.99 अंक या 0.75 प्रतिशत की बढ़त के साथ 51,017.52 अंक पर बंद हुआ। इस साल 10 मार्च के बाद सेंसेक्स एक बार फिर 51,000 अंक के पार निकला था।
NSE भी चढ़ा था कल
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 93 अंक या 0.17 प्रतिशत की बढ़त के साथ 15,301.45 अंक पर पहुंच गया। निफ्टी में लगातार चौथे कारोबारी सत्र में लाभ दर्ज हुआ।
Bajaj Finserve का शेयर सबसे ज्यादा उछला
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में Bajaj Finserve का शेयर सबसे ज्यादा 4.82 प्रतिशत चढ़ गया। बजाज फाइनेंस, इन्फोसिस, मारुति, HDFC और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर भी फायदे में रहे। दूसरी ओर पावरग्रिड, एनटीपीसी, ओएनजीसी, कोटक बैंक, डॉ. रेड्डीज, एचडीएफसी बैंक, आईटीसी और भारती एयरटेल के शेयर 3.11 प्रतिशत तक टूट गए। वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जिंसों के दाम सुस्त रहने की वजह से धातु कंपनियों के शेयरों में सुधार का सिलसिला चला।
राहत पैकेज की राहत
रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी के मुताबिक चालू कारोबारी साल की दूसरी तिमाही से अर्थव्यवस्था में सुधार की संभावना से निवेशकों की धारणा मजबूत हुई है। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर के मुताबिक घरेलू बाजारों की शुरुआत सतर्क रुख के साथ हुई। राहत उपायों के एक और सेट की उम्मीद में बाद में बाजार ने रफ्तार पकड़ी। नए प्रोत्साहन पैकेज से अर्थव्यवस्था के सबसे अधिक प्रभावित पर्यटन, विमानन और आतिथ्य के साथ एमएसएमई क्षेत्र को राहत मिलने की उम्मीद है।