Reliance JioMart पर इलेक्ट्रॉनिक, दवाई और फैशन के आइटम भी कर सकेंगे ऑर्डर, स्वच्छ ईंधन लाने की तैयारी में रिलायंस
Reliance JioMart आने वाले समय में Amazon और Flipkart जैसी विदेशी ई-कॉमर्स कंपनियों को टक्कर देने जा रही है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। रिलायंस का JioMart आने वाले समय में Amazon और Flipkart जैसी विदेशी ई-कॉमर्स कंपनियों को टक्कर देने जा रही है। जल्द ही रिलायंस के जियो मार्ट से किराना सामान के साथ इलेक्ट्रॉनिक्स, दवा और फैशन के आइटम भी मंगा सकेंगे। हाल ही में रिलायंस जियो ने अपना नया ई-कॉमर्स प्लेटफार्म जियो मार्ट शुरू किया है जिसके तहत किराना दुकानदारों को जोड़ा गया है।बुधवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के चेयरमैन एवं एमडी मुकेश अंबानी ने सालाना आमसभा में कहा कि वह जियो मार्ट के दायरे को किराना के सामान से आगे ले जाने की तैयारी में है।
आने वाले दिनों में जियो मार्ट से किराना सामान के अलावा इलेक्ट्रॉनिक्स, फैशन, दवाई व स्वास्थ्य संबंधी अन्य आइटम मंगा सकेंगे। जियो मार्ट पर इस प्रकार के सामान के ऑर्डर शुरू होने से छोटे-छोटे शहर व ग्रामीण इलाके में भी ई-कॉमर्स का चलन शुरू हो जाएगा। जियो मार्ट से छोटे-छोटे किराना स्टोर जुड़ रहे हैं और छोटे शहरों के किराना स्टोर इलेक्ट्रॉनिक्स सामान के डिलीवरी सेंटर के रूप में काम करेंगे।
हाल ही में लांच जियो मार्ट पर रोजाना स्तर पर 2.5 लाख ऑर्डर आ रहे हैं। अभी जियो मार्ट देश के 200 शहरों में संचालन में है। कंपनी की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक रिलायंस रिटेल के लगभग 12,000 स्टोर पहले से काम कर रहे हैं और इनमें से दो तिहाई स्टोर टियर-2, टियर-3 और टियर-4 शहरों में हैं। रिलायंस रिटेल का कारोबार 162,936 करोड़ का है।
2035 तक पूरी तरह से कार्बन मुक्त होने का लक्ष्य
आम सभा में कंपनी की तरफ से स्वच्छ ईंधन की योजना का भी खुलासा किया गया। कंपनी ने वर्ष 2035 तक पूरी तरह से कार्बन मुक्त होने का लक्ष्य रखा है। कंपनी यातायात के वर्तमान ईंधन को बिजली और हाइड्रोजन से बदलने की योजना बना रही है। कंपनी विंड और सोलर के कारोबार में उतरने की तैयारी कर रही है जहां कंपनी सेल और बैट्री भी बनाएगी। रिलायंस का दावा है कि कंपनी के पास ऐसी तकनीक है जिसकी मदद से यातायात के वर्तमान ईंधन को बहुमूल्य पेट्रोकेमिकल्स में बदला जा सकता है। कंपनी का कहना है कि वह कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस का इस्तेमाल करती रहेगी, लेकिन कंपनी नई तकनीक की मदद से कार्बन को जरूरी उत्पाद और केमिकल्स में बदलने के लिए प्रतिबद्ध है।