नोटबंदी से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ SME सेक्टर: सर्वे
देश में 8 नवंबर को लिए गए नोटबंदी के फैसले का सबसे ज्यादा प्रभाव SME सेक्टर में उत्पादन, मजदूरी और रोजगार में गिरावट के रूप में देखने को मिला है
नई दिल्ली। केंद्र सरकार की ओर से लिए गए नोटबंदी के फैसले का सबसे ज्यादा असर SME सेक्टर में उत्पादन, मजदूरी और रोजगार में गिरावट के रूप में सामने आया है। भारत विकास फाउंडेशन (इंडिया डेवलपमेंट फाउंडेशन) के एक ताजा अध्ययन में यह बात सामने आई है। हालांकि रिसर्च फाउंडेशन ने यह भी कहा कि नोटबंदी का कोई भी प्रत्यक्ष प्रभाव कीमतों और कृषि कमोडिटीज की आपूर्ति पर नहीं पड़ा है।
अपने इस अध्ययन में, भारत विकास फाउंडेशन (आईडीएफ) ने कृषि और उन असंगठित क्षेत्रों पर नोटबंदी का असर जानने की कोशिश की जो की पूरी तरह नकद लेन-देन पर निर्भर करते हैं। साथ ही ये ऐसे क्षेत्र हैं जो आबादी के बड़े हिस्से को रोजगार भी मुहैया कराते हैं।
एक रिलीज जारी करते हुए आईडीएस के फैलो अरिजीत दास ने बताया, “हमारा यह अध्ययन बताता है कि नोटबंदी के तत्काल बाद कृषि उपज के दाम और मात्रा पर इसका कोई प्रत्यक्ष प्रभाव नहीं पड़ा है।” उन्होंने कहा कि कृषि पर दीर्घकालिक प्रभाव मिले जुले रहे हैं, जिसे मापने के लिए तरह तरह से टूल्स का इस्तेमाल किया गया। SME सेक्टर पर पड़ने वाले असर के बारे में आईडीएफ ने कहा, “कृषि क्षेत्र के विपरीत एसएमई सेक्टर पर नोटबंदी का नकारात्मक असर पड़ा है। साल 2016 की अंतिम तिमाही में उत्पादन गतिविधियों में बीते वर्ष की समान अवधि की तुलना में गिरावट देखने के मिली है।”