हिस्सेदारी बिक्री पर विचार कर रहे SBI, PNB और BoB जैसे पांच बड़े बैंक, पूंजी आधार बढ़ाने की है योजना
सूत्रों के मुताबिक ये बैंक कोरोना वायरस संकट और अर्थव्यवस्था पर पड़े प्रभाव के बीच शेयर बेचकर पूंजी आधार बढ़ाना चाहते हैं।
नई दिल्ली, पीटीआइ। पांच बड़े सरकारी बैंक चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही यानी सितंबर, 2020-मार्च, 2021 के दौरान संस्थागत निवेशकों के हाथों शेयरों की बिक्री पर विचार कर रहे हैं। इनमें भारतीय स्टेट बैंक (SBI) बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB), पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और यूनियन बैंक जैसे बड़े सरकारी कर्जदाता शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक ये बैंक कोरोना वायरस संकट और अर्थव्यवस्था पर पड़े प्रभाव के बीच शेयर बेचकर पूंजी आधार बढ़ाना चाहते हैं। मर्चेंट बैंकिंग से जु़ड़ सूत्रों ने कहा कि पूंजी जुटाने के लिए संस्थागत निवेशकों का रास्ता सबसे सुलभ हो सकता है। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक दूसरी तिमाही में वित्तीय परिणाम को अंतिम रूप देने के बाद इस बारे में निर्णय कर सकते हैं।
सूत्रों के अनुसार फंसे कर्ज (NPA), कर्ज पुनर्गठन और उसके बाद रेटिंग को लेकर बैंकों की तस्वीर अक्टूबर के अंत तक ही साफ होगी। उसने कहा कि उसके बाद बैंक शेयर बिक्री के लिये समय, मात्रा, मर्चेंट बैंकरों की नियुक्ति और अन्य औपचारिकताओं को लेकर प्रक्रियाएं शुरू कर सकते हैं।
सूत्रों के मुताबिक बैंकों ने इस तरह से पूंजी जुटाने की योजना बनाई है जिससे घरेलू और वैश्विक निवेशकों दोनों के लिए भागीदारी को लेकर पर्याप्त गुंजाइश हो। पीएनबी पहले ही चालू वित्त वषर्ष की चौथी तिमाही में पूंजी बाजार में जाने को लेकर अपना इरादा जता चुका है ताकि वह वृद्धि संबंधी जरूरतों और नियामकीय आवश्यकताओं को पूरा कर सके। पीएनबी के प्रबंध निदेशक एसएस मल्लिकार्जुन राव ने जून में कहा था कि हम चालू वित्त वषर्ष की तीसरी या चौथी तिमाही में पूंजी जुटाने की योजना बना रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि आइसीआइसीआइ बैंक, एक्सिस बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक समेत निजी क्षेत्र के कई बैंक पहले ही संस्थागत निवेशकों के माध्यम से पिछले तीन महीनों में पूंजी जुटा चुके हैं। सार्वजनिक क्षेत्र के ज्यादातर बैंकों को चालू वित्त वषर्ष में बांड और शेयर के जरिये पूंजी जुटाने की मंजूरी पहले ही शेयरधारकों से मिल चुकी है।