SBI खाताधारकों के लिए अच्छी खबर, इस फायदे के लिए नहीं करना होगा 1 साल का इंतजार
अगर आपका फ्लोटिंग रेट होम लोन MCLR से जुड़ा हुआ है तो आपके पास रिसेट क्लॉज होगा और उसी तारीख से नई दरें लागू हो जाएंगी।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने खाताधारकों को एक बड़ी राहत दी है। बैंक अब हर 6 महीने में ब्याज दरों की समीक्षा करेगी। पहले यह समय 1 साल का था। एसबीआई ने ट्वीट किया, 'एक साल का इंतजार किए बिना ब्याज दर में कमी का लाभ उठाएं। एसबीआई ने MCLR रिसेट फ्रीक्वेंसी को 1 साल से घटाकर 6 महीने कर दिया है।'
इस फैसले का सीधा फायदा एसबीआई के होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन लेने वाले ग्राहकों को होगा। नया नियम तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। मालूम हो कि सभी बैंक MCLR की हर साल समीक्षा करती है। इस वजह से कम ब्याज दर होने पर भी ग्राहकों को इसका फायदा लेने के लिए पूरे एक साल इंतजार करना पड़ता है।
Enjoy the benefits of a reduction in the interest rate without waiting for a year.
SBI has reduced the MCLR reset frequency from 1 year to 6 months.
#SBI #StateBankOfIndia #MCLR #InterestRate pic.twitter.com/MEnvKy4SIJ— State Bank of India (@TheOfficialSBI) September 3, 2020
मौजूदा समय में SBI का होम लोन के लिए एक साल का MCLR 7% है, जबकि छह महीने के लिए यह 6.95% है। एसबीआई ने जुलाई में क्रेडिट ऑफ टेक एंड रिवाइज डिमांड को बढ़ावा देने के लिए अपनी छोटी अवधि की एमसीएलआर दरों में कटौती की घोषणा की है।
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अगर आपका फ्लोटिंग रेट होम लोन MCLR से जुड़ा हुआ है, तो आपके पास रिसेट क्लॉज होगा और उसी तारीख से नई दरें लागू हो जाएंगी। बैंक पर्याप्त नकदी का हवाला देते हुए अपनी कर्ज दरों में कटौती कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि भारतीय स्टेट बैंक एसेट्स, जमा, ब्रांच, ग्राहकों और कर्मचारियों के मामले में देश का सबसे बड़ा कमर्शियल बैंक है। यह देश का सबसे कर्जदाता भी है। एसबीआई का दावा है कि यह होम लोन में लगभग 34% बाजार हिस्सेदारी और 33% ऑटो लोन सेगमेंट में कमाता है। इसके देशभर में 58,000 से अधिक ATM/CDM नेटवर्क हैं और भारत में 22,000 से अधिक बैंक ब्रांच का सबसे बड़ा नेटवर्क है।