रुपये में ऐतिहासिक गिरावट, साठ रुपये प्रति डॉलर पर पहुंचा
मुंबई। डॉलर के मुकाबले गिरते रुपये ने गुरुवार को कारोबारियों के माथे पर परेशानी की लकीर खींच दी है। आज बैंकों और आयातकों की ओर से डॉलर की भारी मांग के कारण अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार (फॉरेक्स) में गुरुवार को डॉलर की तुलना में रुपया 130 पैसे की गिरावट के साथ 60 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया, जो
मुंबई। डॉलर के मुकाबले गिरते रुपये ने गुरुवार को कारोबारियों के माथे पर परेशानी की लकीर खींच दी है। आज बैंकों और आयातकों की ओर से डॉलर की भारी मांग के कारण अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार (फॉरेक्स) में गुरुवार को डॉलर की तुलना में रुपया 130 पैसे की गिरावट के साथ 60 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया, जो अभी तक का न्यूनतम स्तर है।
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रुपये में आई इस गिरावट से बाजार में भी निराशा देखने को मिली है। वित्त मंत्रालय में प्रमुख सलाहकार रघुराम राजन ने रुपये की गिरावट पर चिंता जताई है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इस गिरावट से घबराने की जरूरत नहीं है, रुपये में हो रही गिरावट को रोकने के लिए कदम उठाए जाएंगे। उनके मुताबिक सोने के आयात में वृद्धि भी रुपये की गिरावट का एक बड़ा कारण रहा है।
राजन के मुताबिक गुरुवार शाम को वित्त मंत्रालय में एक एक्सपर्ट कमेटी के साथ बैठक होगी, जिसमें कैपिटल मार्केट को मजबूत करने के लिए पर विचार किया जाएगा। उनके अनुसार मौजूदा हालात पर सरकार और आरबीआई की नजरें बनी हुई हैं। जरूरत पड़ने पर सही कदम उठाए जाएंगे। रुपये में स्थिरता लाने के लिए आरबीआई कदम उठाता है, जिन्हें सार्वजनिक नहीं किया जाता है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि मई के मुकाबले जून में करंट अकाउंट घाटा कम रहेगा। राजन ने विदेशी निवेश बढ़ने की भी उम्मीद जताई है।
इससे पूर्व 11 जून को जब रुपये में 58.98 प्रति डॉलर की गिरावट आई थी तब भी वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने इससे न घबराने और जल्द ही उपाय करने का जिक्र किया था।
फॉरेक्स बाजार में बुधवार के कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले रुपया सात पैसे के सुधार के साथ 58.70 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था, जो आज के शुरुआती कारोबार में 130 पैसे की गिरावट के साथ सर्वकालिक न्यूनतम स्तर 60 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया।