रुपये में ऐतिहासिक गिरावट की वजह बाहरी कारक: सरकार
आर्थिक मामलों के सचिव शुभाष चंद्र गर्ग ने बताया कि रुपये में गिरावट को लेकर चिंता की कोई बात नहीं है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। मंगलवार के कारोबार में सुबह ही भारतीय रुपये ने डॉलर के मुकाबले 70 का स्तर छू लिया, जो कि ऐतिहासिक रुप से उसका सबसे निचला स्तर है। वहीं सरकार ने रुपये में आई इस बड़ी गिरावट के लिए बाह्य कारकों को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही सरकार ने यह भी कहा है कि फिलहाल चिंता की कोई बात नहीं है।
आर्थिक मामलों के सचिव शुभाष चंद्र गर्ग ने बताया कि बाह्य कारक आगे बढ़ने की राह को आसान कर सकते हैं। उन्होंने कहा, “रुपये में गिरावट की वजह बाह्य कारक हैं और इस स्थिति में चिंता की कोई बात नहीं है।” जानकारी के लिए आपको बता दें कि तुर्की के मौजूदा आर्थिक संकट के चलते अमेरिकी डॉलर के मुकाबले आज भारतीय रुपया 70.1 के स्तर पर पहुंच गया।
आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स में रिसर्च एनालिस्ट रुषभ मारू ने बताया रुपये में आज आई गिरावट की वजह हड़बड़ाहट में निर्यातकों की ओर से की गई मांग के चलते देखने को मिली है। उन्होंने कहा, “तुर्की के आर्थिक संकट के कारण आस पास जारी अनिश्चितता के कारण डॉलर इंडेक्स में मजबूती देखने को मिली है, आयातक तेजी से डॉलर की खरीद कर रहे हैं। आरबीआई ने बाजार के बहुत चुनिंदा क्षेत्रों में ही हस्तक्षेप किया है। इसलिए, आरबीआई की ओर से आक्रामक हस्तक्षेप न किए जाने ने बाजार को भयभीत कर दिया है।”