आरबीआई-सरकार के बीच जारी विवाद से रुपया एक बार फिर से 74 के पार पहुंचा
पिछले हफ्ते आरबीआई ने कहा था कि वो नवंबर महीने के दौरान सिस्टम में 40,000 करोड़ रुपये की नकदी डालेगा
By Praveen DwivediEdited By: Published: Wed, 31 Oct 2018 12:19 PM (IST)Updated: Wed, 31 Oct 2018 03:18 PM (IST)
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। आरबीआई और सरकार के बीच जारी विवाद का असर रुपये पर भी देखने को मिला है। बुधवार के कारोबार में भारतीय रुपये ने एक बार फिर से डॉलर के मुकाबले 74 का स्तर पार कर लिया। आज दिन के कारोबार में रुपया 43 पैसे टूटकर 74.11 के स्तर पर जा पहुंचा, वहीं दिन के 12 बजे रुपया डॉलर के मुकाबले 74.04 के स्तर पर कारोबार करता देखा गया। रुपये में यह कमजोरी आयातकों की ओर से अमेरिकी करेंसी (डॉलर) की बढ़ी मांग के कारण देखने को मिली।
फॉरेक्स ट्रेडर्स का मानना है कि दुनिया की तमाम मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती और सरकार एवं आरबीआई के बीच जारी तनातनी के चलते घरेलू मुद्रा पर असर पड़ा है। इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज पर रुपया 73.91 पर खुलने के बाद कुछ ही देर में 43 पैसे टूटकर 74.11 के स्तर पर पहुंच गया।
जानिए इससे जुड़ी 5 बड़ी बातें:
- फॉरेक्स ट्रेडर्स का मानना है कि क्रूड की स्थिर कीमतों ने हालांकि कुछ हद तक रुपये की गिरावट को रोके रखा है। फिलहाल वैश्विक स्तर पर डब्ल्यूटीआई क्रूड की कीमत 66.46 डॉलर प्रति बैरल और क्रूड की कीमत 76.38 डॉलर प्रति बैरल है।
- मंगलवार को रुपये में 23 पैसे की गिरावट आई थी और इसी के साथ यह डॉलर के मुकाबले 73.68 पर पहुंच गया। ये महीना खत्म होने को और है और अब तक इसमें डॉलर के मुकाबले 1.5 फीसद की गिरावट आ चुकी है।
- पिछले हफ्ते आरबीआई ने कहा था कि वो नवंबर महीने के दौरान सिस्टम में 40,000 करोड़ रुपये की नकदी डालेगा।
- इस बीच सोमवार को जापान और भारत के बीच करेंसी स्वैप के लिए 75 बिलियन डॉलर का द्विपक्षीय समझौता हुआ है। भारत सरकार का कहना है कि करेंसी स्वैप एग्रीमेंट की मदद से फॉरेन एक्सचेंज और देश के कैपिटल मार्केट को अधिक मजबूती देने में मदद मिलेगी।
- प्रोविजनल डेटा के मुताबिक औसत रुप से विदेशी निवेशकों ने इक्विटी मार्केट से 1,592.02 करोड़ रुपये की निकासी की है। आज भारतीय शेयर बाजार ने भी सपाट शुरुआत की है।
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