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सरकारी कंपनियों के विनिवेश के खिलाफ है स्वदेशी जागरण मंच, विरोध में पास किया रिजॉल्‍यूशन

SJM का कहना है कि रणनीतिक विनिवेश के इस कदम का इस्तेमाल भ्रष्ट अधिकारी कुछ विशेष कारोबारी घरानों को फायदा पहुंचाने में कर सकते हैं।

By Manish MishraEdited By: Published: Mon, 02 Dec 2019 09:11 AM (IST)Updated: Mon, 02 Dec 2019 09:11 AM (IST)
सरकारी कंपनियों के विनिवेश के खिलाफ है स्वदेशी जागरण मंच, विरोध में पास किया रिजॉल्‍यूशन
सरकारी कंपनियों के विनिवेश के खिलाफ है स्वदेशी जागरण मंच, विरोध में पास किया रिजॉल्‍यूशन

नई दिल्ली, आइएएनएस। आरएसएस से संबद्ध स्वदेशी जागरण मंच (एसजेएम) ने एयर इंडिया, बीएसएनएल और बीपीसीएल जैसी सरकारी कंपनियों के विनिवेश का विरोध किया है। मंच का कहना है कि रणनीतिक विनिवेश के इस कदम का इस्तेमाल भ्रष्ट अधिकारी कुछ विशेष कारोबारी घरानों को फायदा पहुंचाने में कर सकते हैं। एसजेएम की राष्ट्रीय समिति ने इन कंपनियों की रणनीतिक बिक्री के विरोध में रिजॉल्यूशन पास किया है।

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एसजेएम ने कहा, ‘भारत को अपनी राष्ट्रीय संपत्तियां बहुराष्ट्रीय कंपनियों के हाथों नहीं बेचनी चाहिए। विनिवेश की मौजूदा योजना कुछ कारोबारी घरानों से प्रभावित सलाहकारों, नौकरशाहों के षड्यंत्र का नतीजा है। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों पर नीति आयोग की रिपोर्ट को खारिज किया जाना चाहिए। सार्वजनिक उपक्रमों का मूल्यांकन अगले पांच साल में जीडीपी को दोगुना करने के लक्ष्य को ध्यान में रखकर किया जाना चाहिए।’

स्वदेशी जागरण मंच का कहना है कि सार्वजनिक उपक्रमों को लेकर बनाई गई रिपोर्ट कुछ लोगों के निजी हितों का परिणाम है। एक नई रिपोर्ट तैयार कराई जानी चाहिए। यह जिम्मेदारी ऐसे लोगों को मिलनी चाहिए, जो किसी पूर्व धारणा से बंधे नहीं हों और भारत की जरूरतों के हिसाब से मूल्यांकन कर सकें।

एसजेएम ने इस बात से सहमति जताई कि कारोबार करना सरकार का काम नहीं है, लेकिन साथ ही विनिवेश के नाम पर अपनी राष्ट्रीय संपत्तियों को बहुराष्ट्रीय कंपनियों के हाथों बेचने का विरोध जताया। मंच ने कहा कि जैसे ही सरकार ने बीपीसीएल की बिक्री की बात कही, सऊदी अरैमको इस पर निगाह गड़ाए है। राष्ट्रीय भावना और कठिन परिश्रम से तैयार संपत्ति को विदेशी कंपनियों के हाथ में नहीं जाने देना चाहिए।


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