देश की सबसे अमीर महिला Roshni Nadar बनीं HCL Tech की प्रमुख, जानिए कहां से की है पढ़ाई, किससे हुई है शादी
Hurun Rich List के मुताबिक 36800 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ रोशनी भारत की सबसे अमीर महिला हैं।
नई दिल्ली, पीटीआइ। भारत की सबसे धनी महिला रोशनी नाडर मल्होत्रा ने देश की प्रमुख आईटी कंपनियों में शुमार HCL Technologies की चेयरपर्सन का पदभार संभाल लिया है। इसके साथ ही वह एक लिस्टेड भारतीय आईटी कंपनी का नेतृत्व करने वाली पहली महिला बन गई हैं। इससे पहले 8.9 अरब डॉलर की कंपनी की बागडोर रोशनी के पिता और अरबपति शिव नाडर के पास थी। HCL Technologies की ओर से शुक्रवार को एलान किया गया कि कंपनी के संस्थापक और चेयरमैन शिव नाडर अपना पद छोड़ रहे हैं और कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने उनकी बेटी रोशनी को तत्काल प्रभाव से कंपनी की नई चेयरपर्सन नियुक्त किया है।
रोशनी की शिक्षा
रोशनी ने दिल्ली के वसंत वैली स्कूल से स्कूलिंग की है। उन्होंने Northwestern University, Evanston, Illinois से कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन किया है। उनके पास Kellogg School of Management से MBA की डिग्री है।
शास्त्रीय संगीत की औपचारिक शिक्षा लेने वाली रोशनी को 2013 में HCL Technologies के बोर्ड में शामिल किया गया था और वह वाइस चेयरपर्सन थी। वह HCL Corporation की सीईओ बनी रहेंगी।
न्यूज प्रोड्यूसर के रूप में कर चुकी हैं काम
वर्ष 2009 में एचसीएल कार्पोरेशन ज्वाइन करने से पहले उन्होंने Sky News UK और CNN America में बतौर न्यूज प्रोड्यूसर काम किया था। HCL Corp ज्वाइन करने के एक साल के भीतर रोशनी को एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर की जिम्मेदारी दी गई थी। उन्हें 27 साल की उम्र में कंपनी की सीईओ नियुक्त किया गया था।
2010 में शादी
रोशनी ने 2010 में शिखर मल्होत्रा से शादी की थी। मल्होत्रा एचसीएल हेल्थकेयर में वाइस चेयरमैन हैं। रोशनी और मल्होत्रा को दो बेटे हैं। दोनों बेटे के नाम अरमान और जहान है।
Hurun Rich List के मुताबिक 36,800 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ रोशनी भारत की सबसे अमीर महिला हैं। 2019 में फोर्ब्स की विश्व की 100 सबसे ताकतवर महिलाओं की सूची में उन्हें 54वां स्थान मिला था।
कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक रोशनी को वाइल्डलाइफ और कंजर्वेशन में काफी अधिक दिलचस्पी है और इसके लिए उन्होंने वर्ष 2018 में द हैबिटैट्स ट्रस्ट की स्थापना की थी। फाउंडेशन का लक्ष्य भारत के प्राकृतिक हैबिटैट और देश प्रजातियों का संरक्षण करना है।