Move to Jagran APP

महंगाई में मामूली इजाफा, तीन महीने के निचले स्तर पर पहुंचा आईआईपी

तेल और खाने-पीने के सामान की कीमतों में हुई बढ़ोतरी से महंगाई तेज हुई है।

By NiteshEdited By: Published: Fri, 12 Oct 2018 06:31 PM (IST)Updated: Fri, 12 Oct 2018 06:36 PM (IST)
महंगाई में मामूली इजाफा, तीन महीने के निचले स्तर पर पहुंचा आईआईपी
महंगाई में मामूली इजाफा, तीन महीने के निचले स्तर पर पहुंचा आईआईपी

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। तेल और खाने-पीने के सामान की कीमतों में हुई बढ़ोतरी से महंगाई तेज हुई है। सितंबर महीने में खुदरा महंगाई दर (सीपीआई) बढ़कर 3.77 फीसद हो गया। अगस्त महीने में खुदरा महंगाई दर 3.69 फीसद रही थी।

loksabha election banner

वहीं दूसरी तरफ औद्योगिक उत्पादन के मामले में सुस्ती आई है। अगस्त महीने में आईआईपी घटकर 4.3 फीसद हो गया, जो पिछले तीन महीने का न्यूनतम स्तर है।

हाल ही में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने महंगाई में बढ़ोतरी की आशंका को देखते हुए सख्त मौद्रिक नीति की सलाह दी है। आईएमएफ ने वित्त वर्ष 2018-19 के लिए जीडीपी अनुमान को कम कर 7.3 फीसद कर दिया है।

एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा था, ‘महंगाई में होने वाली बढ़ोतरी को देखते हुए मौद्रिक नीति को सख्त किए जाने की जरूरत है। रुपये में होने वाली गिरावट से इसके बढ़ने की आशंका है।’ गौरतलब है कि अंतराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों के 4 सालों के अधिकतम स्तर पर जाने के बाद से रुपया लगातार टूट रहा है, जिसके बाद महंगाई बढ़ने की आशंका जताई जा रही थी।

आरबीआई ने यथावत रखी दरें

इससे पहले बाजार के अनुमानों को धता बताते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में अनिश्चितता के माहौल को देखते हुए प्रमुख ब्याज दरों (रेपो रेट) में कोई बदलाव नहीं किया था। 

हालांकि महंगाई की आशंका को देखते हुए आरबीआई से दरों में कटौती की उम्मीद थी। वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी मौद्रिक समीक्षा की घोषणा करते हुए आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने रेपो रेट 6.5 फीसदी पर बरकरार रखने का फैसला किया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.