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रिलायंस पावर Preferential Allotment के जरिये R-Infra से जुटाएगी 1,325 करोड़ रुपये

कंपनी ने एक बयान में कहा कि इससे रिलायंस पावर के स्टैंडलोन कर्ज में 1325 करोड़ रुपये की कमी आएगी और साथ ही सहायक कंपनियों के कर्ज में कमी आएगी। रिलायंस पावर का संगठित कर्ज वित्त वर्ष 22 में 3200 करोड़ रुपये कम हो जाएगा।

By NiteshEdited By: Published: Mon, 14 Jun 2021 02:57 PM (IST)Updated: Mon, 14 Jun 2021 02:57 PM (IST)
रिलायंस पावर Preferential Allotment के जरिये R-Infra से जुटाएगी 1,325 करोड़ रुपये
Reliance Power to raise Rs 1325 crore from R Infra via preferential allotment

नई दिल्ली, पीटीआइ। अनिल अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस पावर अपने मूल रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर से शेयर और वारंट जारी करके 1,325 करोड़ रुपये जुटाएगी। रिलायंस पावर लिमिटेड के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर की हुई बैठक में 59.5 करोड़ इक्विटी शेयर के प्रेफरेंशियल इशू को जारी करने पर अपनी सहमति दे दी। साथ ही 73 करोड़ कन्वर्टिबल वारंट को कंपनी ने उतने ही शेयर को 10 रूपये के मूल्य पर कर्ज में कन्वर्शन करने की अनुमति दी, जो लिस्टेड प्रमोटर कंपनी, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के लिए कुल 1,325 करोड़ रूपये की राशि होगी।

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कंपनी ने एक बयान में कहा कि इससे रिलायंस पावर के स्टैंडलोन कर्ज में 1,325 करोड़ रुपये की कमी आएगी और साथ ही सहायक कंपनियों के कर्ज में कमी आएगी। रिलायंस पावर का संगठित कर्ज वित्त वर्ष 2022 में 3,200 करोड़ रुपये कम हो जाएगा।

रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्टर और रिलायंस पावर .की दूसरी प्रमोटर होल्डिंग में इक्विटी शेयर के जारी होने के बाद 25% की बढ़ोतरी होगी और वारंट के कन्वर्शन के बाद इसमें 38% की वृद्धि होगी जिसका फायदा आठ लाख शेयर धारकों को होगा। बोर्ड ने योग्य संस्थानों की नियुक्ति के माध्यम से विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बांड और प्रतिभूतियों को जारी करने के लिए सदस्यों के प्राधिकरण को सक्षम करने की मांग को भी मंजूरी दी।

रिलायंस पावर का कहना है कि उसके पास 5,945 मेगावाट के ऑपरेटिंग पोर्टफोलियो के साथ कोयला, गैस और नवीकरणीय ऊर्जा पर आधारित भारत में निजी क्षेत्र में बिजली परियोजनाओं का सबसे बड़ा पोर्टफोलियो है। रिलायंस कम्युनिकेशंस और रिलायंस नवल एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड सहित अनिल अंबानी समूह की विभिन्न कंपनियां कर्ज न चुका पाने की स्थिति में बैंकों द्वारा दिवालियेपन के चलते अदालतों का सामना कर रही हैं।

रिलायंस पॉवर लिमिटेड, रिलायंस समूह का एक हिस्सा है जो भारत की बिजली उत्पन्न करने वाली और कोयला स्रोत की अग्रणी निजी कम्पनी है। निजी क्षेत्र में यह भारत की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है, जो कोयले, गैस और रिन्यूएबल ऊर्जा क्षेत्र में काम करती है। इसका ऑपरेटिंग पोर्टफोलियो 5,945 मेगावाट का है।


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