Move to Jagran APP

बन सकती है ई कॉमर्स सेक्टर के लिए रेगुलेटरी अथॉरिटी, ई-कामर्स कंपनियों के कामकाज के तरीकों पर सवाल

ई-कामर्स सेक्टर पर नजर रखने वाले जानकारों का मानना है कि मौजूद व्यवस्था में भी ग्राहकों की चिंताओं का समाधान करने के उपाय मौजूद हैं।

By NiteshEdited By: Published: Thu, 07 Nov 2019 09:01 PM (IST)Updated: Fri, 08 Nov 2019 08:29 AM (IST)
बन सकती है ई कॉमर्स सेक्टर के लिए रेगुलेटरी अथॉरिटी, ई-कामर्स कंपनियों के कामकाज के तरीकों पर सवाल
बन सकती है ई कॉमर्स सेक्टर के लिए रेगुलेटरी अथॉरिटी, ई-कामर्स कंपनियों के कामकाज के तरीकों पर सवाल

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सरकार ई-कामर्स कारोबार को नियंत्रित करने के लिए एक रेगुलेटरी अथॉरिटी बनाने की संभावनाएं तलाश रही है। घरेलू खुदरा कारोबारियों की तरफ से उठाये जा रहे सवालों के बाद सरकार में इस बात की धारणा बनी है कि पूरे सेक्टर के लिए एक नियामक प्राधिकरण का गठन कर दिया जाए।वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक सरकार ई-कामर्स सेक्टर के लिए नीति तैयार करने पर काम कर रही है। इसमें कई मुद्दों पर विचार हो रहा है। इसमें यह मुद्दा भी शामिल है।

loksabha election banner

सरकार खुदरा कारोबारियों की इस मांग पर भी विचार कर रही है और इस बात की संभावना तलाश रही है कि क्या ऐसा कोई प्रावधान संभव है? अभी इस पर कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। मंत्रालय केवल इस आशय की मांग की समीक्षा कर रही है। सरकार ने फरवरी में ही ई-कामर्स नीति का मसौदा सार्वजनिक किया था। खुदरा कारोबारियों के संगठन कैट ने ई-कामर्स कंपनियों पर नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए एक रेगुलेटरी अथॉरिटी गठित करने की मांग की थी।

खासतौर पर दिवाली के दौरान ई-कामर्स क्षेत्र की तीनों बड़ी कंपनियों अमेजन, फ्लिपकार्ट और क्लब फैक्टरी की तरफ से आयोजित सेल को लेकर आपत्ति की गई थी। खुदरा कारोबारियों ने आरोप लगाया था कि ये कंपनियां प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआइ) के नियमों का उल्लंघन कर रही है। ई-कामर्स सेक्टर पर नजर रखने वाले जानकारों का मानना है कि मौजूद व्यवस्था में भी ग्राहकों की चिंताओं का समाधान करने के उपाय मौजूद हैं। वैसे भी ई-कामर्स समूचे रिटेल कारोबार का बहुत छोटा हिस्सा है। इसलिए जो नियम रिटेल कारोबार पर लागू होते हैं वही ई-कामर्स के लिए भी हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.