ब्याज दरों को बरकरार रख सकता है आरबीआई, 5-6 दिसंबर को होगी अगली MPC बैठक
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से पॉलिसी रिव्यू के फैसलों को 6 दिसंबर को पेश किया जाएगा
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी), जो अगले सप्ताह बैठक करने वाली है नीतिगत ब्याज दरों को वर्तमान दर पर ही बरकरार रख सकती है। मौजूदा समय में रेपो रेट 6 फीसद है। यह अनुमान इक्रा की ओर से की गई एक स्टडी में लगाया गया है। आपको बता दें कि खुदरा महंगाई (मुद्रास्फीति) या उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर अक्टूबर में सात महीने के उच्चतम स्तर के साथ 3.58 फीसद पर पहुंच गई थी, जो कि सितंबर महीने में 3.28 फीसद रही थी।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से पॉलिसी रिव्यू के फैसलों को 6 दिसंबर को पेश किया जाएगा। अगली एमपीसी बैठक की शुरुआत 5 दिसंबर को हो रही है। रेटिंग एजेंसी इक्रा का कहना है कि हालांकि अक्टूबर के लिए सीपीआई मुद्रास्फीति वित्त वर्ष 2018 की दूसरी छमाही में 4.2-4.6% की सीमा से कम है जिसके बारे में एमपीसी ने अपनी पिछली बैठक में पूर्वानुमान लगाया था। वहीं वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) दरों में हालिया संशोधन कीमतों पर दबाव बनाएगा जो कि मुद्रास्फीति के जोखिमों को बरकरार रख सकता है।
क्या कहा इक्रा ने: इक्रा के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एग्जीक्यूटिव नरेश टक्कर ने बताया, “सीपीआई आधारित मुद्रास्फीति के दूसरी छमाही में भी बढ़ने के आसार हैं और मार्च 2018 तक यह आंकड़ा 4.5 फीसद का हो सकता है। ऐसे में दिसंबर में होने वाली मौद्रिक नीति समिति की बैठक में ब्याज दरों पर आरबीआई की ओर से यथास्थिति बरकरार रखी जा सकती है।”