रुपये में तेज गिरावट को थामने के लिए और डॉलर बेच सकता है आरबीआई
अगर सितंबर तिमाही की बात करें तो रुपया 73.67 से 74 की रेंज में कारोबार करता नजर आ सकता है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। डॉलर के मुकाबले 72 का स्तर छू चुके रुपये की गिरावट को थामने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) डॉलर की और बिक्री कर सकता है। देश के डीलर्स का मानना है कि डॉलर के मुकाबले भारतीय मुद्रा को तेजी से फिसलने से रोकने के लिए केंद्रीय बैंक ऐसा कर सकता है। आरबीआई अभी तक करीब 22 बिलियन डॉलर का फॉरेक्स रिजर्व का इस्तेमाल कर चुका है
गुरुवार को 72.11 का स्तर छू चुका रुपया शुक्रवार को दिन के 12 बजे डॉलर के मुकाबले 71.87 पर कारोबार करता देखा गया। विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया है कि रुपये में अभी और गिरावट देखी जा सकती है।
क्या कहते है विशेषज्ञ?
केडिया कमोडिटी के प्रमुख अजय केडिया ने बताया कि रुपये की स्थिति अभी भी चिंताजनक है। अगर सितंबर तिमाही की बात करें तो रुपया 73.67 से 74 की रेंज में कारोबार करता नजर आ सकता है। वहीं अगर साल 2018 की बात करें तो रुपया 75 का स्तर भी छू सकता है।
डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरावट को थामने के लिए क्या कुछ कुछ कर सकती है सरकार:
- अगर तुरंत प्रभाव से कोई एक्शन लेना हो तो सरकार अपने विदेशी मुद्रा भंडार में जमा डॉलर की निकासी कर सकती है और रुपये की ढहती स्थिति को थोड़ा सहारा दे सकती है।
- सरकार एनआरआई डिपॉजिट स्कीम शुरु कर सकती है, जिससे कि एनआरआई अपने पास जमा डॉलर को डिपॉजिट करना शुरू कर देंगे और भारत में डॉलर आ जाएगा। इससे भी रुपया सुधर सकता है।
- सरकार इंपोर्ट ड्यूटी को बढ़ा सकती है। हमारे देश में गोल्ड, रिफाइनरी और इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम्स का ज्यादा आयात होता है। इन पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ने से इन उत्पादों का आयात कम होगा लिहाजा देश से डॉलर कम निकलेगा।
- सरकार निर्यात को बढ़ावा भी दे सकती है। निर्यात को बढ़ावा देने से देश में तेजी से डॉलर आएगा जो कि भारतीय रुपये को मजबूती दे सकता है।