आरबीआई की क्रेडिट पाॅलिसी का एलान, रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं
आरबीआई ने क्रेडिट पॉलिसी का एलान कर दिया है। इसके तहत सीआरआर, रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। फिलहाल रेपो रेट 6.75 फीसदी ही बरकरार रहेगा।
नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने वित्त वर्ष 2015-16 की अंतिम क्रेडिट पॉलिसी की घोषणा करते हुए रेपो रेट में किसी तरह का बदलाव करने से इंकार किया है। लिहाजा इस एलान के साथ फिलहाल रेपो रेट 6.75 फीसदी ही बरकरार रहेगी। साथ ही रिवर्स रेपो रेट भी 5.75 फीसद पर बरकरार रहेगा। इसके अलावा आरबीआई ने सीआरआर (कैश रिजर्व रेशाे) में भी कोई बदलाव नहीं किया है। इसके चलते सीआरआर भी 4 फीसदी पर ही बरकरार रहेगा।
आरबीआई की अगले वित्त वर्ष 2016-17 की पहली क्रेडिट पॉलिसी 5 अप्रैल 2016 को जारी होगी। आरबीआई ने जनवरी 2016 तक महंगाई दर 6 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है और जनवरी सीपीआई का 6 फीसदी का लक्ष्य हासिल किया जाएगा। आरबीआई ने वित्त वर्ष 2016 के लिए जीडीपी का 7.6 फीसद रहने का अनुमान लगाया है। वहीं मार्च 2017 तक महंगाई के 5 फीसद पर रहने का अनुमान लगाया है। इसके अलावा आरबीआई ने वित्त वर्ष 2016-2017 तक महंगाई दर 5 फीसद रहने का अनुमान जताया है। इसके अलावा मार्जिनल स्टैंडिंग फैसलिटी 7.75 फीसदी पर बरकरार रखा गया है।
आरबीआई के गवर्ननर रघुराम राजन ने कहा कि वो लिक्विडिटी पर कड़ी नजर बनाए हुए है और महंगाई के हिसाब से आगे की दरों पर फैसला लिया जाएगा। हालांकि 7वें वेतन आयोग को लागू करना अभी महंगाई दर पर निर्भर करेगा। वहीं 7वें वेतन आयोग से होने वाले खर्च का अनुमान लगाया जाएगा। आरबीआई ने बैंकों को एनपीए की जानकारी देने के लिए कहा है। केंद्रीय बजट में ग्रोथ को बढ़ावा और खर्चों को नियंत्रित रखने के क्या कदम उठाए जाते हैं, इस पर आरबीआई की नजर रहेगी।