पनामा लीक्स पर बोले गवर्नर रघुराम राजन, जांच से सच आएगा सामने
पनामा लॉ फर्म मोसेक फोंसेका के लीक हुए दस्तावेजों से भारत समेत दुनिया में हलचल है। आरबीआई गवर्नर ने कहा जिन 500 भारतीयों के खातों की बात सामने आ रही है।
मुंबई। पनामा लॉ फर्म मोसेक फोंसेका के लीक हुए दस्तावेजों से भारत समेत दुनिया में हलचल है। आरबीआई गवर्नर ने कहा जिन 500 भारतीयों के खातों की बात सामने आ रही है। उसकी वैधता पर जांच के लिए टीम का गठन किया गया है। टीम इस बात की जांच करेगी कि खाते वैध तरीके से खोले गए थे या नियमों की अनदेखी की गयी थी।
प्रतिबंधित कंपनियों की मदद करती रही है लॉ फर्म मोसेक फोंसेका
रघुराम राजन ने कहा कि बाहर के मुल्कों में खातों के खोलने के पीछे ठोस वजह हो सकती है। पनामा लीक्स से आ रही जानकारियों के बाद एक मल्टी एजेंसी टीम का गठन किया गया है। जो 500 भारतीयों के खातों की जांच करेगी। जांच एजेंसी में आरबीआई के अलावा सीबीडीटी और फाइनेंसियल युनिट भी शामिल हैं। गवर्नर राजन ने बताया कि लिबरलाइज्ट रेमिटेंस स्कीम के तहत कोई भी भारतीय शख्स दो लाख पचास हजार डॉलर एक वित्तीय वर्ष में बाहर ले जा सकता है लेकिन ये देखना जरूरी है कि पैसों के ट्रांसफर में कहीं नियमों का उल्लंघन तो नहीं हुआ।
आरबीआई के डिप्टी गवर्नर एच आर खान ने कहा कि इस पूरे मामले में दो से तीन बिंदु महत्वपूर्ण हैं जिनकी जांच जरूरी है। फेमा नियमों के तहत कुछ चीजों की अनुमति होती है जबकि कुछ चीजों की अनुमति नहीं होती है। जांच के बाद ही खातों की वैधता के बारे में कुछ कह पाना मुमकिन होगा।
गौरतलब है कि मोसेक फोंसेका के लीक दस्तावेजों से 500 भारतीयों के नाम सामने आए थे जिनके पैसे टैक्स हेवेन देशों में जमा हैं।