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रतन टाटा ने बताई साइरस मिस्त्री को हटाने के पीछे की असली वजह, जानिए

टाटा ग्रुप के अंतरिम चेयरमैन रतन टाटा ने साइरस मिस्त्री को हटाए जाने के पीछे की असली वजह बताई।

By Praveen DwivediEdited By: Published: Wed, 07 Dec 2016 09:55 PM (IST)Updated: Thu, 08 Dec 2016 12:57 PM (IST)

नई दिल्ली: टाटा ग्रुप के अंतरिम चेयरमैन रतन टाटा ने साइरस मिस्त्री को हटाए जाने के पीछे की असली वजह बताई। उन्होंने कहा कि ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री को इसलिए हटाया गया क्योंकि उनसे रिश्ते लगतार बिगड़ते जा रहे थे और उनसे समझौते की तमाम कोशिशें नाकाम हो चुकी थीं। उन्होंने यह भी कहा कि मिस्त्री को इस्तीफे का मौका भी दिया गया था, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया। रतन टाटा ने बुधवार को शेयर होल्डर्स को लिखे एक पत्र में ये बातें कही हैं। गौरतलब है कि 24 अक्टूबर को साइरस मिस्त्री को टाटा ग्रुप के चेयरमैन पद से हटा दिया गया था, इसके बाद उन्हें टीसीएस और टाटा ग्लोबल बेवरेज के चेयरमैन पद से भी हटा दिया गया था।

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शेयर होल्डर्स को लिखे पत्र में रतन टाटा ने क्या कहा:

रतन टाटा ने बताया कि मिस्त्री को इसलिए हटाया गया, क्योंकि टाटा ग्रुप की लीड करने के लिए उन पर और उनकी क्षमताओं पर भरोसा खत्म हो चुका था। उन्होंने कहा कि मिस्त्री को चेयरमैन पद से इस्तीफा देने का मौका दिया गया था, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया और कहा था कि यह फैसला बोर्ड की ओर से लिया जाना चाहिए। दरअसल मिस्त्री ने टाटा ग्रुप की ओर से चेयरमैन पद से हटाए जाने के तरीके पर सवाल खड़े किए थे। वहीं रतन टाटा ने शेयरहोल्डर्स से ईजीएम में टाटा ग्रुप के उस प्रस्ताव पर सपोर्ट मांगा है, जिसमें मिस्त्री को हटाने की गुजारिश की गई है।

साइरस मिस्त्री ने टाटा ग्रुप की गतिविधियों पर नियंत्रण हासिल करने के आरोप को नकारा:

टाटा संस के चेयरमैन पद से हटाए जा चुके साइरस मिस्त्री के रतन टाटा के खिलाफ हमलावर तेवर बने हुए हैं। उन्होंने रतन टाटा का नाम लिए बगैर कहा है कि आवेग से वशीभूत कुछ लोगों ने समूह को नियम-कानूनों के गंभीर उल्लंघन की ओर धकेल दिया है। वह प्रमोटर कंपनी टाटा संस के अंतरिम चेयरमैन के मनमाने फैसलों से समूह को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। मिस्त्री ने इस तरह के आरोपों को भी खारिज किया कि वह सभी टाटा ग्रुप की गतिविधियों पर नियंत्रण हासिल करने की कोशिश कर रहे थे। सोमवार को मिस्त्री ने टाटा ट्रस्टों में मनमानी व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए सरकार से हस्तक्षेप की मांग की थी। मीडिया में मिस्त्री का बयान आने के कुछ ही समय बाद टाटा संस ने पलटवार किया। उसने कहा कि कंपनी में व्यवस्था की मशीनरी टूटने की बात सरासर गलत है। अलबत्ता साइरस कॉरपोरेट गवर्नेस के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं।


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