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रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा सोना, जानिए शादियों के लिए कब खरीदारी बेहतर?

विशेषज्ञों की मानें तो इस साल सोने की कीमतों में बड़ी गिरावट की संभावना न के बराबर है

By Praveen DwivediEdited By: Published: Wed, 06 Sep 2017 03:42 PM (IST)Updated: Thu, 07 Sep 2017 07:59 AM (IST)
रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा सोना, जानिए शादियों के लिए कब खरीदारी बेहतर?

नई दिल्ली (प्रवीण द्विवेदी)। नॉर्थ कोरिया की ओर से किए गए न्यूक्लियर टेस्ट के बाद ग्लोबल टेंशन के चलते सोना एक साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। ऐसे में अगर आप शादियों के इस सीजन सोना खरीदने की योजना बना रहे हैं तो यह समय आपके लिए बेहतर है। विशेषज्ञ कुछ ऐसी ही सलाह भी दे रहे हैं। बुधवार के कारोबार में सोना 50 रुपए टूटकर 30550 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ है। वहीं सोमवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोना 30,600 के स्तर पर कारोबार करता देखा गया था।

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सोने की कीमतों में क्यों आई तेजी: सोमवार के कारोबार में सोना उछलकर इस साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था। इसकी प्रमुख वजह नॉर्थ कोरिया और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव के साथ साथ रुपए के मुकाबले कमजोर होते डॉलर को माना जा रहा है जिसने लोगों को सोने में निवेश को सुरक्षित मानने को मजबूर किया। कमजोर होते डॉलर ने सोने की कीमतों को बढ़ाया है। यह इस बात का संकेत देता है कि डॉलर के प्रभुत्व वाला सोना अन्य करेंसी धारकों के लिए सस्ता हुआ है जो कि बढ़ी हुई मांग को दर्शाता है।

न करें इंतजार, फेस्टिव सीजन के लिए अभी सोना खरीदना बेहतर: नेमीचंद बमाल्वा एंड सन्स, कोलकाता के पार्टनर बछराज बमाल्वा ने बताया कि अगर आपके घर में किसी की दो से तीन महीनों के भीतर शादी होनी है और आप उसके लिए सोना खरीदने की योजना बना रहे हैं तो यह समय खरीदारी के लिए उपयुक्त है। उन्होंने कहा कि यह सोचना बिल्कुल गलत है कि कुछ महीनों में सोने के दाम गिर सकते हैं क्योंकि इस साल सोने में किसी बड़ी गिरावट की उम्मीद कम ही नजर आ रही है और सोना कम से कम इस साल 30,000 के नीचे नहीं आएगा।

त्यौहारी सीजन को देखते हुए कैसे रह सकते हैं भाव: केडिया कमोडिटी के एमडी अजय केडिया ने बताया कि अगर फेस्टिव सीजन को देखें तो सोना और महंगा होगा। अगर वैश्विक लिहाज से देखे तो कुछ महीने पहले तक सोना 1200 से 1300 डॉलर के दायरे में कारोबार कर रहा था, लेकिन बीते हफ्ते उसने रेसिस्टेंट तोड़कर 1300 का स्तर पार किया और वो 1380 डॉलर पर पहुंच गया। हालांकि भारत में सोने की कीमतों में उतनी तेजी देखने को नहीं मिल रही है जिसकी प्रमुख वजह रुपए का मजबूत होना है, क्योंकि रुपया मजबूत होने से इंपोर्ट कॉस्ट कम हो जाती है, वहीं जीएसटी ने भी इस पर असर डाला है।

बदल रहा है निवेशकों का रुझान: केडिया ने कहा कि देश में सोने का इस्तेमाल दो तरीकों से होता है एक इन्वेस्टमेंट और दूसरा कंजंप्शन इसका अनुपात 20:80 का है। लेकिन जैसा कि सोना लगातार बेहतर रिटर्न दे रहा है लोगों का रुझान सोने के प्रति निवेश के लिए भी बढ़ा है। वहीं सरकार ने सोने के आयात को कम करने के लिए निवेश के तौर पर लोगों के सामने गोल्ड ईटीएफ, गोल्ड बॉन्ड और ई-गोल्ड जैसे विकल्प उपलब्ध करवाए हैं।

ग्राहकों की मांग रहेगी बरकरार ज्वैलर्स अब नहीं खरीदेंगे ज्यादा सोना: अजय ने बताया कि आने वाले कुछ महीनों की बात करें तो आम लोगों की ओर से तो सोने की मांग बनी रहेगी लेकिन ज्वैलर्स की मांग थोड़ी कम रहेगी क्योंकि ज्वैलर्स जीएसटी के चलते पहले ही अपना स्टॉक भर चुके हैं।


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