Rakesh Jhunjhunwala: रुपये से रुपये पैदा करने वाले राकेश झुनझुनवाला ने चंद पैसों से कैसे खड़ा किया अरबों का कारोबार? जानें शेयर बाजार के दिग्गज की कहानी
Rakesh Jhunjhunwala शेयर बाजार के दिग्गज राकेश झुनझुनवाला का निधन देश के लिए बड़ी क्षति है। राकेश ने चंद पैसों से अरबों का कारोबार खड़ा कर दिया। वे रुपये से रुपया बनाने में माहिर थे। आइए शेयर बाजार के बिग बुल कहे जाने वाले दिग्गज के बारे में जानते हैं।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। 15 अगस्त के ठीक एक दिन पहले शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला ने 62 साल की उम्र में आज अंतिम सांस ली। मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उनका निधन हो गया। राकेश झुनझुनवाला ने शेयर बाजार में निवेश कर खूब पैसा और नाम कमाया। वे शेयर बाजार में इन्वेस्ट करने वाले लाखों निवेशकों की प्रेरणा थे। लोग कहते हैं कि राकेश जिस शेयर पर हाथ रख देते थे, वह सोना बन जाता था। उन्होंने कुछ रुपयों से शेयर बाजार में अपना कदम रखा और अरबों का कारोबार खड़ा कर दिया। आइए भारत के वॉरेन वफेट के नाम से पहचान बनाने वाले इस दिग्गज कारोबारी के बारे में कुछ रोचक बातें जानते हैं।
आपको जानकर हैरानी होगी कि शेयर मार्केट के बिग बुल के नाम से मशहूर दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला ने शुरुआती दौर में जब अपने पिता से निवेश करने के लिए पैसा मांगा तो उनके पिता जी ने साफ इंकार कर दिया। उनके पिता राधेश्यामजी झुनझुनवाला ने राकेश से कहा कि अगर तुम्हें निवेश करना ही है, तो खुद मेहनत कर कमाई करो। लेकिन, इसके लिए किसी से भी पैसा लेने या उधार लेने की जरूरत नहीं है। इसके कुछ दिन बाद राकेश झुनझुनवाला ने महज चंद पैसों के साथ शेयर बाजार में एंट्री की।
महज 5 हजार रुपये से की शुरुआत
शायद ही किसी को पता हो कि आज की तारीख में लगभग 40 हजार करोड़ रुपये की नेट वर्थ बनाने वाले इंसान ने साल 1985 में मुंबई के दलाल स्ट्रीट में महज 5 हजार रुपये के साथ कदम रखा था। आज उन्होंने उसी 5 हजार रुपये से अरबों का कारोबार खड़ा कर दिया है। राकेश उन निवशकों के लिए एक प्रेरणा हैं, जो मात्र कुछ हजार रुपये से शेयर बाजार में शुरुआत करते हैं। राकेश झुनझुनवाला ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने अपने पिता राधेश्यामजी झुनझुनवाला से प्रेरणा ली थी और कारोबार में आए। लेकिन, जब उन्होंने शेयर बाजार में पैसे लगाने का मन बनाया, तो उनके पिता ने साफ पैसे देने से मना कर दिया।
राकेश कैसे बने बिग बुल?
पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट रहे राकेश झुनझुनवाला ने शुरुआती दौर में टाटा समूह की कंपनी टाटा टी से खूब पैसे बनाए। उस समय उन्होंने टाटा टी के 43 रुपये के हिसाब से 5 हजार शेयर खरीदे थे और कुछ दिनों बाद उन शेयरों को 143 रुपये के हिसाब से बेचा था। इसी तरह उन्होंने कई कंपनियों में कम दाम पर शेयर खरीदे और कुछ दिनों बाद उसे महंगे दाम पर बेचे। कुछ ही दिनों में करोड़ों का मुनाफा कमाया। इसके बाद उन्होंने टाटा टाइटन में पैसा लगाया और इस शेयर ने राकेश झुनझुनवाला को बिग बुल बना दिया। झुनझुनवाला के पास टाइटन के करीब 4.5 करोड़ शेयर थे, जिनकी वैल्यू 7000 करोड़ रुपये से अधिक हो गई।
राकेश झुनझुनवाला कौन?
राकेश झुनझुनवाला का जन्म 5 जुलाई 1960 को हैदराबाद में हुआ था। वे भारत के निवेशक एवं शेयर व्यापारी (stock trader) थे। वे पेशे से चार्टर्ड एकाउन्टैन्ट थे। उनकी कम्पनी का नाम 'रेअर इंटरप्राइजेज' है, जिसका पोर्टफोलियो प्रबन्धन राकेश स्वयं करते थे।
भारत में नई एयरलाइन की शुरुआत
राकेश झुनझुनवाला ने अकासा के नाम से हाल ही में भारत में एक एयरलाइन शुरू की थी | अकासा एयर को कुछ दिन पहले ही नागरिक उड्डयन मंत्रालय से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) मिला था। अकासा एयरलाइंस ने ग्लोबल एयरोस्पेस कंपनी बोइंग को 72 मैक्स 737 हवाई जहाज (MAX 737 airplanes) का ऑर्डर भी दे दिया है।