Rail Budget: भारतीय रेलवे ने बजट सहायता के तौर पर मांगे 50,000 करोड़ रुपए
भारतीय रेलवे ने 2017-18 के लिए सकल बजटीय सहायता के रूप में 50,000 करोड़ रुपए मांगे हैं।
नई दिल्ली: रेल मंत्रालय ने वित्त वर्ष 2017-18 के लिए सकल बजटीय सहायता के रूप में 50,000 करोड़ रुपए की मांग की है। हालांकि वित्त मंत्रालय की तरफ से रेलवे को 40,000 से 45,000 करोड़ रुपए तक ही दिए जाने की संभावना है। यह जानकारी एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी है।
अधिकारी ने बताया, “रेलवे ने सकल बजटीय सहायता के रूप में 50,000 करोड़ रुपए की मांग की है और मेरा मानना है कि उसे (रेलवे) को 40,000 से 45,000 करोड़ रुपए तक दिए जा सकते हैं। वास्तव में रेलवे के पास 30,000 करोड़ रुपए से ज्यादा का उपभोग करने की क्षमता नहीं है।” वित्त वर्ष 2015-16 के रेल बजट में सकल बजटीय सहायता के रूप में 40,000 करोड़ रुपए की घोषणा की गई थी। हालांकि वित्त मंत्री ने खर्च की धीमी गति का हवाला देते हुए इसमें कटौती कर इसे 28,000 करोड़ कर दिया था।
पहली बार अलग से पेश नहीं होगा बजट:
करीब 92 साल पुरानी परिपाटी को तोड़ते हुए इस बार रेल बजट अलग से नहीं बल्कि आम बजट के साथ ही पेश किया जाएगा। बीते 21 सितंबर को केंद्रीय कैबिनेट ने रेल बजट के आम बजट में विलय को मंजूरी दे दी थी। इस साल का आम बजट 1 फरवरी को पेश किया जाना है।