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रघुराम राजन ने तोड़ी चुप्पी, बोले वो नोटबंदी वाले बोर्ड में शामिल नहीं थे

रघुराम राजन ने खुलासा किया है कि उन्होंने नोटबंदी का समर्थन नहीं किया था

By Praveen DwivediEdited By: Published: Sun, 03 Sep 2017 02:54 PM (IST)Updated: Sun, 03 Sep 2017 03:04 PM (IST)
रघुराम राजन ने तोड़ी चुप्पी, बोले वो नोटबंदी वाले बोर्ड में शामिल नहीं थे

नई दिल्ली (जेएनएन)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने खुलासा किया है कि उन्होंने नोटबंदी का समर्थन नहीं किया था। राजन ने कहा कि उन्होंने महसूस किया था कि इस तरह के विघटनकारी निर्णय से जुड़ी अल्पावधि आर्थिक लागत किसी भी लंबी अवधि के लाभों से वंचित कर देगी। राजन ने यह खुलासा अपनी एक किताब के जरिए किया है।

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राजन की किताब ‘आई डू वॉट आई डू’ आरबीआई गवर्नर के रूप में कई मुद्दों पर दिए गए उनके भाषणों का संकलन है। हालांकि उन्होंने अपनी किताब में सबकुछ बताने की कोशिश नहीं की है। उन्होंने अपने असहज संबंधों और वर्तमान सरकार के साथ मतभेदों को आकर्षक ढंग से शार्ट इंट्रोडक्शन और पोस्टस्क्रिप्ट के जरिए समझाने की कोशिश की है।

राजन ने कहा, “मेरे कार्यकाल के दौरान कभी भी मुझसे नोटबंदी के बारे में निर्णय लेने के लिए नहीं कहा गया था।” आपको बता दें कि राजन का कार्यकाल 5 सितंबर 2016 को पूरा हो गया था जबकि नोटबंदी की घोषणा 8 नवंबर 2016 को की गई।

हाल ही में सामने आई आरबीआई की सालाना रिपोर्ट के बाद केंद्र सरकार का नोटबंदी का फैसला सवालों के घेरे में आ गया है। कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने नोटबंदी के फैसले को आड़े हाथों लिया था। सरकार के इस फैसले के बाद 9 नवंबर 2016 से ही 500 और 1000 रुपए के नोट अमान्य कर दिए गए थे। इसके बाद आरबीआई ने 500 और 2000 रुपए के नए नोट जारी किए थे।


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