राजन ने किया आगाह, रिजर्व बैंक के नाम पर हो रही धोखाधड़ी
केंद्रीय बैंक के नाम पर पैसे की मांग को लेकर आए किसी भी तरह के फर्जी ई-मेल से सावधान रहें और किसी के झांसे में
मुंबई। रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने लोगों को आगाह किया है वे उनके या केंद्रीय बैंक के नाम पर पैसे की मांग को लेकर आए किसी भी तरह के फर्जी ई-मेल से सावधान रहें और किसी के झांसे में न आएं।
राजन ने कहा, "मैं स्पष्ट करता हूं कि रिजर्व बैंक कभी किसी को भुगतान के लिए ई-मेल नहीं भेजता। हमारे पास करीब 360 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार है और करीब आठ लाख करोड़ रुपए के सरकारी बॉन्ड हैं। वास्तव में हमें आपके पैसे की जरूरत नहीं है।"
राजन मुंबई में एकीकृत भुगतान इंटरफेस प्रणाली (यूपीआई) का उद्घाटन करने के मौके पर बोल रहे थे। यूपीआई से रकम ट्रांसफर आसान होगा।
पहले कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जहां लोगों को आरबीआई या गवर्नर के नाम से भारी-भरकम मुनाफे और लॉटरी के इनाम हासिल करने के लिए फर्जी ई-मेल मिल चुके हैं। धोखाधड़ी करने वाले ऐसे मेल में पहले लोगों से प्रोसेसिंग या ट्रांसफर फी के नाम पर कुछ रकम बताए हुए बैंक खाते में जमा कराने के लिए कहते हैं।
आरबीआई गवर्नर ने कहा, "यदि आपको कोई ऐसा ई-मेल मिलता है, जिसमें कहा गया हो कि आपने कोई प्रतिस्पर्धा जीती है या लॉटरी जीता है और मैं (आरबीआई गवर्नर) आपको 50 लाख रुपए भेजूंगा, लेकिन आप ट्रांसफर लागत के तौर पर 20 हजार रुपए भेजें, तो इस ई-मेल को हटा दें। हम किसी को धन नहीं देते और न ही आपसे धन मांगते हैं।"