बंसल के बजट में रायबरेली और अमेठी रहे खास
बजट में देश के बाकी हिस्सों में ट्रेन की रफ्तार भले ही धीमी रह गई हो, लेकिन रेल मंत्री पवन कुमार बंसल ने उत्तर प्रदेश में उसे पूरी स्पीड से दौड़ाया। दर्जनभर से अधिक नई ट्रेनों ने प्रदेश में अपना रास्ता खोज ही लिया। सोनिया की रायबरेली और राहुल गांधी की अमेठी व उसके आसपास के तो क्या कहने?
राजकेश्वर सिंह, नई दिल्ली। बजट में देश के बाकी हिस्सों में ट्रेन की रफ्तार भले ही धीमी रह गई हो, लेकिन रेल मंत्री पवन कुमार बंसल ने उत्तर प्रदेश में उसे पूरी स्पीड से दौड़ाया। दर्जनभर से अधिक नई ट्रेनों ने प्रदेश में अपना रास्ता खोज ही लिया। सोनिया की रायबरेली और राहुल गांधी की अमेठी व उसके आसपास के तो क्या कहने? नई फैक्ट्री, नए वर्कशॉप खुलेंगे। कई रास्तों से नई ट्रेनें चलेंगी और राजधानी लखनऊ का भला भी अपने आप हो जाएगा।
रेल मंत्री बंसल के बजट में उत्तर प्रदेश को क्या कुछ नहीं मिला। वजह शायद यह भी रही हो कि कांग्रेस कोटे के किसी रेल मंत्री को 17 साल बाद बजट पेश करने का मौका मिला। असर भी देखिए। बेनी प्रसाद वर्मा की अगुवाई वाले स्टील मंत्रालय का उद्यम राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड रेलवे के साथ मिलकर रायबरेली में ह्वील [पहिया] फैक्ट्री लगाएगा। बनने वाले पहिये रायबरेली की कोच फैक्ट्री में बनने वाले डिब्बों में लगेंगे। जबकि, रायबरेली व सुलतानपुर से सटे प्रतापगढ़ की सांसद रत्ना सिंह के क्षेत्र में मालगाड़ी के डिब्बों के ओवरहालिंग का वर्कशॉप खुलेगा।
लंबे समय बाद प्रदेश के लिए एक्सप्रेस ट्रेनों की एक साथ इतनी लाइनें खुल सकीं। एक्सप्रेस, पैसेंजर, डेमू-मेमू मिलाकर 14 नई ट्रेन मिली हैं। कोलकाता-आगरा वाया रायबरेली, अमेठी, मथुरा और लखनऊ-वाराणसी वाया रायबरेली व रायबरेली व प्रतापगढ़ के रास्ते ही यशवंतपुर से लखनऊ तक नई ट्रेनें चलेगी। इसके आलावा लखनऊ, रामपुर-मथुरा के रास्ते बांद्रा टर्मिनस [मुंबई]-रामनगर एक्सप्रेस और लखनऊ और जयपुर के लिए भी सप्ताह में तीन दिन नई ट्रेन चलेगी। उसका भी रास्ता मथुरा- कानपुर का होगा। कामाख्या [गुवाहाटी]-आनंद विहार [वाया सीतापुर-मुरादाबाद], कानपुर-आनंद विहार बरास्ता फर्रुखाबाद, मऊ-आनंद विहार के लिए भी नई ट्रेनें मिली हैं। बाराबंकी से कानपुर और लखनऊ से हरदोई को मेमू तो लखनऊ से सुलतानपुर और गौरीगंज होकर लखनऊ से प्रतापगढ़ को डेमू ट्रेनें मिल गई हैं। जबकि, बरेली-लालकुआं को नई पैसेंजर ट्रेन मिली है। इस सबके साथ ही इलाहाबाद से मथुरा एक्सप्रेस अब जयपुर तक, छपरा-अनवरगंज अब फर्रुखाबाद तक, लखनऊ-चंडीगढ़ अब पटना तक और मेरठ-नीमच लिंक एक्सप्रेस मंदसौर तक चला करेगी। इसके अलावा सियालदह-वाराणसी एक्सप्रेस दिल्ली तक, दिल्ली-शामली डेमू सहारनपुर तक चला करेगी। प्रदेश के यात्रियों के लिए राहतें और भी हैं। आगरा फोर्ट-अहमदाबाद एक्सप्रेस तीन के बजाय सात दिन, कानपुर-जम्मू तवी, गोरखपुर-अहमदाबाद और झांसी-बांद्रा एक के बजाय दो-दो दिन चला करेंगी। इस सबके साथ ही पनकी-मंधना नई लाइन परियोजना की बाबत कानपुर क्षेत्र के लिए भी यातायात सर्वेक्षण का प्रस्ताव किया गया है।