राडिया टेप का भूत टाटा-मिस्त्री के पीछे, सीबीआइ करेगी पूछताछ
टाटा समूह से सेवानिवृत्त होने के बाद भी नीरा राडिया टेप का भूत रतन टाटा का पीछा नहीं छोड़ रहा है। राडिया टेप को सार्वजनिक होने से रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक दरवाजा खटखटा चुके रतन टाटा को अब इस संबंध में सीबीआइ के सवालों का सामना करना होगा। रतन टाटा के साथ-साथ टाटा समूह के मौजूदा प्रमुख सा
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। टाटा समूह से सेवानिवृत्त होने के बाद भी नीरा राडिया टेप का भूत रतन टाटा का पीछा नहीं छोड़ रहा है। राडिया टेप को सार्वजनिक होने से रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक दरवाजा खटखटा चुके रतन टाटा को अब इस संबंध में सीबीआइ के सवालों का सामना करना होगा।
रतन टाटा के साथ-साथ टाटा समूह के मौजूदा प्रमुख साइरस मिस्त्री से भी सीबीआइ पूछताछ करेगी। वैसे सीबीआइ अधिकारी इस पूछताछ को महज खानापूर्ति बता रहे हैं।
सीबीआइ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि रतन टाटा और साइरस मिस्त्री से तमिलनाडु सरकार द्वारा जवाहरलाल नेहरू शहरी नवीकरण मिशन के तहत खरीदी लो फ्लोर बसों और झारखंड में एक लौह अयस्क खदान आवंटन के बारे में पूछताछ होगी। दरअसल, राडिया टेप में इस बस की खरीद और खदान आवंटन में बड़े नौकरशाहों व राजनेताओं को प्रभावित करने का खुलासा हुआ है।
सुप्रीम ने सीबीआइ को राडिया टेप में इस तरह की सभी बातचीत से आपराधिक खुलासे की जांच करने का आदेश दिया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सीबीआइ ने कुल 14 मामलों में प्रारंभिक जांच का केस भी दर्ज किया था। वैसे सीबीआइ सुप्रीम कोर्ट को पहले ही बता चुकी है कि इनमें आपराधिक साजिश का मामला नहीं बनता है।
हालांकि, प्रारंभिक जांच बंद करने के पहले संबंधित पक्षों से पूछताछ जरूरी है। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि नीरा राडिया से पहले ही पूछताछ हो चुकी है और रतन टाटा व साइरस मिस्त्री से पूछताछ के बाद औपचारिक रूप से केस बंद कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इनसे पूछताछ नहीं करने पर कोई भी सीबीआइ की जांच पर सवाल उठा सकता था।