विनिर्माण कंपनियों के लिए प्रॉफिट ग्रोथ Q3 में काफी सुधरा: रिजर्व बैंक
प्राइवेट सेक्टर की लिस्टिड विनिर्माण कंपनियों के मुनाफे वृद्धि में चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में काफी सुधार हुआ
नई दिल्ली: निजी क्षेत्र की सूचीबद्ध विनिर्माण कंपनियों की शुद्ध लाभ वृद्धि में इस वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में काफी सुधार हुआ है। जबकि सेवाओं (आईटी के अलावा) क्षेत्र के में एक संकुचन था। यह जानकारी आरबीआई की ओर से दी गई है। 2016-17 के अक्टूबर-दिसंबर अवधि के लिए 2,784 सूचीबद्ध निजी गैर-वित्तीय कंपनियों के संक्षिप्त परिणामों का डेटा जारी करते हुए आरबीआई ने कहा कि तीसरी तिमाही के दौरान निजी कॉरपोरेट बिजनेस सेक्टर के प्रदर्शन के कारण व्यय में वृद्धि के बावजूद मुनाफे में सुधार हुआ है।
डेटा के मुताबिक, “विनिर्माण क्षेत्र के लिए नेट प्रॉफिट ग्रोथ में काफी सुधार हुआ है, जिसने आईटी के अलावा अन्य सेवाओं में संकुचन के बावजूद सकल स्तर पर शुद्ध लाभ वृद्धि को प्राप्त कर लिया है।” तीसरी तिमाही में सूचीबद्ध निजी गैर-वित्तीय कंपनियों का शुद्ध लाभ 53,000 करोड़ रुपए का रहा, जो कि साल-दर-साल आधार पर 24.6 फीसद ज्यादा है। चालू वित्त वर्ष की पिछले दो तिमाहियों में शुद्ध लाभ में 16 फीसद की वृद्धि हुई है।
विनिर्माण कंपनियों का शुद्ध लाभ 33,600 करोड़ रुपए का रहा, जो कि सालाना आधार पर 57.5 फीसद अधिक है। आंकड़ों के मुताबिक तीसरी तिमाही में कुल बिक्री में सुधार हुआ, मुख्य रूप से विनिर्माण क्षेत्र में और इसके बाद लोहा एवं इस्पात, पेट्रोलियम उत्पादों और सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र (आईटी) जैसे उद्योगों का नंबर आता है।