पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से जनता की परेशानी का सरकार को अहसास: प्रधान
बढ़ते क्रूड के कारण पेट्रोल 55 महीने के उच्चतम स्तर के साथ 74.63 के स्तर पर पहुंच गया है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के बीच तेल मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज कहा है कि सरकार को उपभोक्ताओं की परेशानियों का अहसास है, लेकिन उपभोक्ताओं के हितों और राजकोषीय जरूरतों के बीच संतुलन बिठाया जाना जरूरी है। प्रधान ने कहा, “हमें बढ़ी हुई कीमतों की तकलीफों का अहसास है और हम तेल की कीमतों को लेकर चिंतित हैं।”
हालांकि, उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ रहीं तेल की कीमतों के झटके को कम करने के लिए सरकार की ओर से एक्साइज ड्यूटी (उत्पाद शुल्क) कम करने को लेकर प्रतिबद्धता नहीं जताई। बढ़ते क्रूड के कारण पेट्रोल 55 महीने के उच्चतम स्तर के साथ 74.63 के स्तर पर पहुंच गया है जबकि डीजल 65.93 रुपए प्रति लीटर की दर से बिक रहा है।
आज क्या हैं मेट्रो शहरों में पेट्रोल के दाम:
यह समझाने के लिए कि केंद्र सरकार इस मुद्दे को हल करने के लिए क्या कर रही थी, प्रधान ने कहा कि राज्य सरकारों को सेल्स टैक्स और वैट में थोड़ी कटौती करनी चाहिए ताकि बढ़ती कीमतों के बोझ को आम जनता पर कम किया जा सके। यह पूछे जाने पर कि क्या उनके मंत्रालय ने उत्पाद शुल्क में कमी की मांग की है, उन्होंने कहा कि "टुकड़े टुकड़े" में ऐसा करने से मदद नहीं मिलेगी।
क्रूड का मौजूदा हाल और कहां तक जा सकता है क्रूड?
डब्ल्यूटीआई क्रूड 68.56 डॉलर प्रति बैरल और ब्रेंट क्रूड 74.66 डॉलर प्रति बैरल की दर से बिक रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि डब्ल्यूटीआई क्रूड 72 और ब्रेंट क्रूड 76 डॉलर का आंकड़ा पार कर सकता है।