डाक विभाग का घाटा बढ़कर 11,138.84 करोड़ रुपये हो गया
संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने बताया कि इस साल फरवरी में डाक विभाग का घाटा बढ़कर 11,138.84 करोड़ रुपये हो गया है।
नई दिल्ली (पीटीआई): 7वें वेतन आयोग के तहत वेतन संशोधन के कारण इस साल फरवरी में डाक विभाग का घाटा बढ़कर 11,138.84 करोड़ रुपये हो गया है। डाक विभाग का राजस्व 10,292.18 करोड़ रुपये था और व्यय 21,431.02 करोड़ रुपये का रहा है। यह बात संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने लोकसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कही।
उन्होंने कहा कि 7वें केंद्रीय वेतन आयोग की सिफारिशों के कार्यान्वयन के परिणामस्वरूप घाटे में वृद्धि हुई है। साल 2015-16 में डाक विभाग का घाटा 6,007.18 करोड़ रुपये का रहा था जबकि 12,939.79 करोड़ रुपये की राजस्व प्राप्ति के साथ 18,946.97 करोड़ रुपये का खर्चा हुआ था। वर्तमान वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान विभाग ने 166 नए शाखा डाकघरों और 80 उप-डाकघर खोलने की योजना बनाई है।
सिन्हा ने बताया, “पोस्टल डिपार्टमेंट समय-समय पर कार्रवाई करता है जिसमें बढ़ते बाजार की आवश्यकताओं को पूरा करने और राजस्व आय बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी को शामिल करना एवं सिस्टम को अपग्रेड करना शामिल है।”
डाक विभाग के पास 1,54,802 पोस्ट ऑफिस हैं जिसमें से 812 हेड ऑफिस हैं, 24,566 सब पोस्ट ऑफिस और 1,29,424 ब्रांच पोस्ट ऑफिस हैं। अब तक विभाग ने 25,348 डाकघरों का कम्प्यूटरीकरण किया है।