विलफुल डिफॉल्टर्स पर पीएनबी के 15,172 करोड़ बकाया, ग्रॉस एनपीए 57,518.41 करोड़ रुपए
फरवरी तक पंजाब नेशनल बैंक के विलफुल डिफॉल्टर्स पर बैंक का 14,904.65 करोड़ रुपये बकाया था।
नई दिल्ली(बिजनेस डेस्क)। सार्वजनिक क्षेत्र के कर्जदाता पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने कहा है कि इस वर्ष मार्च के अंत तक विलफुल डिफॉल्टर्स पर बैंक का बकाया बढ़कर 15,171.91 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। यह आंकड़ा उन कर्जदारों का है जिन्होंने 25 लाख रुपये या उससे ज्यादा कर्ज लिया है और लौटाने की क्षमता होने के बावजूद कर्ज नहीं लौटाया है।
हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उनके रिश्तेदार मेहुल चोकसी के हाथों 13,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का झटका खा चुके बैंक ने कहा कि इस वर्ष फरवरी अंत के मुकाबले मार्च अंत तक विलफुल डिफॉल्टर्स द्वारा अदा नहीं की गई रकम में 1.8 फीसद का इजाफा हो चुका है। फरवरी तक विलफुल डिफॉल्टर्स पर बैंक का 14,904.65 करोड़ रुपये बकाया था।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष जून से बैंक ने कुछ बड़े विलफुल डिफॉल्टर्स के नाम जाहिर करने शुरू किए हैं। पिछले 10 महीनों में विलफुल डिफॉल्टर्स पर बैंक का बकाया 28 फीसद बढ़ चुका है।
बैंक द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक उसके बड़े विलफुल डिफॉल्टर्स में केमिकल निर्माता कंपनी कुदोस केमी लि. (1,301.82 करोड़ रुपये), किंगफिशर एयरलाइंस (597.44 करोड़ रुपये), वीएमसी सिस्टम्स लिमिटेड (296.08 करोड़ रुपये), अरविंद रिमेडीज (158.16 करोड़ रुपये) और इंदु प्रोजेक्ट्स लिमिटेड (102.83 करोड़ रुपये) शामिल हैं। इन सभी कंपनियों को पीएनबी ने किसी न किसी कंसोर्टियम के सदस्य के तौर पर कर्ज दिया हुआ है।
बैंक के अन्य बड़े विलफुल डिफॉल्टर्स में विनसम डायमंड्स एंड ज्वैलरी (899.77 करोड़ रुपये), जूम डेवलपर्स (410.18 करोड़ रुपये), जस इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड पावर लि.(410.96 करोड़ रुपये), एप्पल इंडस्ट्रीज (248.34 करोड़ रुपये), नैफेड (224.24 करोड़ रुपये), एमबीएस ज्वैलर्स प्राइवेट लिमिटेड (266.17 करोड़ रुपये) तथा एस कुमार नेशनवाइड (146.82 करोड़ रुपये) शामिल हैं। पिछले वित्त वर्ष (2017-18) की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर, 2017) के अंत में बैंक का सकल फंसा कर्ज (ग्रॉस एनपीए) 57,518.41 करोड़ पर जा पहुंचा था।