अगले 30 वर्षों में 30 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच सकती है भारतीय अर्थव्यवस्था: पीयूष गोयल
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था अगले 30 वर्षों में 30 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच सकती है। उन्होंने कहा कि यदि भारत चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि के आधार पर हर साल 8 प्रतिशत की दर से बढ़ती है तो अर्थव्यवस्था लगभग नौ वर्षों में दोगुनी हो जाएगी।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है।उन्होंने कहा कि आने वाले 30 वर्षों में इसके 30 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि यदि भारत चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि के आधार पर हर साल 8 प्रतिशत की दर से विकास करता है, तो अर्थव्यवस्था लगभग नौ वर्षों में दोगुनी हो जाएगी। वर्तमान में देश की अर्थव्यवस्था लगभग 3.2 ट्रिलियन अमरीकी डॉलर की है और आज से 9 वर्षों में यह लगभग 6.5 ट्रिलियन अमरीकी डॉलर होगी।
पीयूष गोयल ने कहा कि अब से 18 साल बाद हमारी लगभग 13 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था होगी। अब से 27 साल बाद हमारी 26 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था होगी। हम सभी उम्मीद कर सकते हैं कि आज से 30 साल बाद भारतीय अर्थव्यवस्था 30 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था होगी।
उन्होंने कहा कि कुछ निंदा करने वालों ने इन नंबरों पर सवाल उठाए हैं, लेकिन उन्हें टेक्सटाइल जैसे क्षेत्रों के विकास में महत्वपूर्ण उछाल देखने के लिए तिरुपुर जैसी जगहों पर आना चाहिए। गोयल ने यह भी कहा कि यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध और कोविड-19 महामारी के कारण मौजूदा चुनौतीपूर्ण समय में भी देश की अर्थव्यवस्था स्वस्थ गति से बढ़ रही है। युद्ध ने वैश्विक बाजारों में कुछ वस्तुओं की कमी को जन्म दिया है और इसने वैश्विक रूप से महंगाई को बढ़ा दिया है, लेकिन भारत महंगाई को उचित स्तर पर बनाए रखने में कामयाब रहा है। उन्होंने कहा कि अधिकांश वस्तुओं के लिए हम विकसित देशों की तुलना में कीमतों को बेहतर बनाए रखने में सक्षम हैं।
कपड़ा उद्योग के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान में उद्योग का साइज लगभग 10 लाख करोड़ रुपये है और निर्यात लगभग 3.5 लाख करोड़ रुपये है। क्षमता को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि उद्योग का साइज अगले पांच वर्षों में 10 लाख करोड़ रुपये के निर्यात के साथ 20 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि तिरुपुर एक ग्लोबल एपरेल हब (global apparel hub) बन गया है और 37 साल पहले 15 करोड़ रुपये से 30,000 करोड़ रुपये से अधिक के सामान का निर्यात कर रहा है। गोयल ने कहा कि देश में ऐसे 75 टेक्सटाइल सिटीज बनाने की जरूरत है, जिनके पास कपड़ा पोर्टफोलियो है।
मंत्री ने कहा कि टेक्सटाइल सेक्टर में रोजगार और निवेश के बड़े अवसर पैदा हो सकते हैं। इस क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। कपड़ा उद्योग में रोजगार के बड़े अवसर हैं। यह सेक्टर 6 लाख लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार और 4 लाख लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार प्रदान करता है, इसलिए सामूहिक रूप से 10 लाख लोगों को रोजगार प्रदान करता है। पूरे भारत में, लगभग 3.5-4 करोड़ लोग अकेले टेक्सटाइल सेक्टर की कुल वैल्यु चैन में लगे हुए हैं। गोयल ने कहा कि कपड़ा कृषि के बाद काम का दूसरा सबसे बड़ा प्रदाता है।