पेट्रोल मार सकता है राहुल की कोशिशों पर झाड़ू
कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी अपनी सरकार पर लगे महंगाई के दाग को धोने की कोशिश में तो लगे हैं लेकिन डर है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल (क्रूड) की बढ़ती कीमत कहीं उनकी कोशिशों पर पानी न फेर दे। तमाम जानकारों का कहना है कि क्रूड की कीमतों में आने वाले दिनों में तेज वृद्धि हो सक
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली : कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी अपनी सरकार पर लगे महंगाई के दाग को धोने की कोशिश में तो लगे हैं लेकिन डर है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल (क्रूड) की बढ़ती कीमत कहीं उनकी कोशिशों पर पानी न फेर दे। तमाम जानकारों का कहना है कि क्रूड की कीमतों में आने वाले दिनों में तेज वृद्धि हो सकती है। दिसंबर में ही अभी तक क्रूड लगभग साढ़े तीन डॉलर बढ़कर 110 डॉलर प्रति बैरल हो चुका है। ऐसे में सरकार को भी यह फैसला करना होगा कि पेट्रोल कीमत तय करने की तेल कंपनियों को दी गई आजादी बरकरार रखी जाए या उसे कुछ समय के लिए स्थगित किया जाए।
पेट्रोलियम मंत्रलय के अधिकारियों का कहना है कि अभी तक तेल कंपनियों को कोई भी नया निर्देश नहीं दिया गया है। वे बाजार के हिसाब से पेट्रोल की कीमत बढ़ाती रहेंगी। मगर मंत्रलय की नजर क्रूड की कीमतों पर है। इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि आगे जो कदम उठाए जाएंगे उसमें राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं होगा। सनद रहे कि डीजल की खुदरा कीमत में एकमुश्त वृद्धि करने की योजना पहले ही सरकार टाल चुकी है। अभी तेल कंपनियों को डीजल में हर महीने 50 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि करने की इजाजत दी गई है। कुछ अंतरराष्ट्रीय जानकारों ने अनुमान लगाया है कि क्रूड आने वाले महीनों में 125 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकता है। इसके लिए तीन वजहें बताई जा रही है। अमेरिका की अर्थव्यवस्था में सुधार, ईरान और अमेरिका के बीच विवाद खत्म होना और उत्तरी अमेरिका और यूरोप में पड़ रही भयंकर सर्दी। इससे क्रूड की मांग बढ़ेगी जिससे यह महंगा हो सकता है। ये तीनों वजहें ऐसी हैं जो अगले तीन-चार महीनों तक क्रूड बाजार को प्रभावित कर सकती हैं। यानी अगले आम चुनाव तक तेल कंपनियों को पेट्रोल महंगा करते रहना पड़ सकता है। इस महीने की 20 तारीख को ही तेल कंपनियों ने पेट्रोल की कीमत में 50 पैसे की वृद्धि की थी। इसके बाद भी क्रूड की कीमतें बढ़ी हैं। जनवरी, 2013 के बाद से अभी तक पेट्रोल की खुदरा कीमतों में 19 बार वृद्धि हो चुकी है। वैसे, बीच में चार बार कीमतें घटाई भी गई हैं। दिल्ली में फिलहाल पेट्रोल 72 रुपये प्रति लीटर के करीब बिक रहा है। वहीं, डीजल की कीमत भी बढ़कर 53.80 रुपये हो चुकी है।