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दिल्ली में पेट्रोल 4 महीने में 4 रुपए प्रति लीटर महंगा हुआ, जानें कैसे तय होती है कीमत

पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफा थमने का नाम नहीं ले रहा है

By Praveen DwivediEdited By: Published: Fri, 20 Apr 2018 12:08 PM (IST)Updated: Sat, 21 Apr 2018 10:29 AM (IST)
दिल्ली में पेट्रोल 4 महीने में 4 रुपए प्रति लीटर महंगा हुआ, जानें कैसे तय होती है कीमत
दिल्ली में पेट्रोल 4 महीने में 4 रुपए प्रति लीटर महंगा हुआ, जानें कैसे तय होती है कीमत

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफा थमने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं क्रूड ऑयल में लगातार हो रहे इजाफे ने एक बार फिर से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में और इजाफे के संकेत दे दिए हैं। आज राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 74.08 रुपए प्रति लीटर की दर से बिक रहा है। गौरतलब है कि 16 जून 2017 से ही देशभर में हर रोज पेट्रोल एवं डीजल के दाम बदल रहे हैं। इससे पहले पेट्रोल डीजल की कीमतें महीने में सिर्फ दो बार बदला करती थीं।

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साल 2018 में कितना महंगा हुआ पेट्रोल: अगर जनवरी 2018 से अप्रैल 2018 में अब तक के आंकड़ों की बात की जाए तो 4 महीने में पेट्रोल की कीमत में 4 रुपए 11 पैसे का इजाफा हो चुका है। आपको बता दें कि 1 जनवरी 2018 को राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 69.97 रुपए थी, लेकिन 20 अप्रैल 2018 को दिल्ली में पेट्रोल 74 रुपए 8 पैसे प्रति लीटर की दर से बिक रहा है।

आपके शहर में क्या हैं पेट्रोल डीजल के दाम: आज राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 74.08 रुपए प्रति लीटर की दर से बिक रहा है वहीं मुंबई में पेट्रोल के दाम 81.93 रुपए प्रति लीटर हैं। जानिए अन्य प्रमुख मेट्रो शहरों में क्या हैं दाम...

प्रमुख मेट्रो शहरों में डीजल के दाम: आज दिल्ली में डीजल की कीमत 65.31 रुपए प्रति लीटर है और वहीं मुंबई में डीजल के दाम 69.54 रुपए प्रति लीटर हैं। जानिए अन्य मेट्रो शहरों में दाम...

कैसे तय होती है पेट्रोल-डीजल की कीमत?

16 जून 2016 से पहले पेट्रोल की कीमतें हर महीने में दो बार तय होती थीं। महीने की 15 या 16 तारीख को और महीने की 30 या 31 तारीख को। हालांकि अब नियमित आधार पर पेट्रोल-डीजल की कीमतें रोजाना बदल रही हैं। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में क्रूड और डॉलर की स्थिति की भी काफी अहम भूमिका होती है।

एक लीटर पेट्रोल में शामिल होते हैं कितने टैक्स?

  • सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी: इसे बीते साल 9.48 रुपए प्रतिलीटर से बढ़ाकर 21.48 रुपए प्रति लीटर कर दिया गया है। सरकार इसमें समय समय पर इजाफा और कटौती करती रहती है। अक्टूबर 2017 में इसमें दो रुपए प्रति लीटर की कटौती कर दी गई थी। वहीं डीजल में ड्यूटी में 4 बार से ज्यादा बार इजाफा किया गया और यह 3.56 रुपए प्रति लीटर के स्तर से बढ़कर 17.33 रुपए प्रति लीटर के स्तर पर पहुंच गया। वहीं अक्टूबर 2017 में इसमें भी 2 रुपए प्रति लीटर की कटौती हुई और इसी के साथ यह 15.33 रुपए प्रति लीटर की दर पर आ गया।
  • वैट: पेट्रोल की कीमत में वैट भी शामिल होता है, जो कि अलग अलग राज्यों में अलग अलग होता है। देश के करीब 26 राज्यों में यह दर 25 फीसद की है। वैट के जरिए राज्य पेट्रोल के मार्फत अच्छा खासा रेवन्यू हासिल करती हैं।
  • रिटेल सेलिंग प्राइज में टैक्स: डीजल की रिटेल सेलिंग प्राइज में 44.6 फीसद हिस्सा टैक्स का होता है। वहीं पेट्रोल की रिटेल सेलिंग प्राइज में 51.6 फीसद हिस्सा टैक्स का होता है।

गौरतलब है कि शायद यही वजह है कि राज्य पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाए जाने का तीखा विरोध कर रहे हैं। हालांकि इसके उलट सरकार यह तर्क दे रही है कि इससे देश के आम आदमी को फायदा पहुंचेगा।


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