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तीन महीने तक कच्चा तेल 30-35 डॉलर प्रति बैरल रहा, बावजूद पेट्रोल 21.58 रुपये और डीजल 19.18 रुपये प्रति लीटर बढ़ाया गया

सरकारी तेल कंपनियों की तरफ से खुदरा कीमतों में की गई कटौती के बाद दिल्ली में पेट्रोल 90.99 रुपये प्रति लीटर और डीजल 81.37 रुपये प्रति लीटर का रह गया। इसके पहले तेल कंपनियों ने पिछले वर्ष 16 मार्च को पेट्रोल और डीजल की कीमत में कटौती की थी।

By NiteshEdited By: Published: Thu, 25 Mar 2021 09:16 AM (IST)Updated: Thu, 25 Mar 2021 09:51 AM (IST)
तीन महीने तक कच्चा तेल 30-35 डॉलर प्रति बैरल रहा, बावजूद पेट्रोल 21.58 रुपये और डीजल 19.18 रुपये प्रति लीटर बढ़ाया गया
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जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। क्रूड यानी कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि के समय चुस्त और जब इनकी कीमतें कम हो तो सुस्त। देश की सरकारी तेल कंपनियों का कुछ ऐसा ही हाल है। बुधवार को इन कंपनियों ने एक वर्ष वर्ष से अधिक समय के बाद आम जनता को पेट्रोल की खुदरा कीमत में 18 पैसे और डीजल में 17 पैसे प्रति लीटर की राहत तो दी। गुरुवार को कंपनियों ने पेट्रोल में 21 पैसे और डीजल में 20 पैसे की राहत दी, लेकिन यह पूरी तस्वीर नहीं है। पिछले 12 दिनों में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का दाम 67 डॉलर से घटकर 60 डॉलर रह गया है। लेकिन खुदरा कीमतों पर इसका असर अभी तक नहीं दिखा है। करीब तीन महीनों तक कच्चा तेल 30-35 डॉलर प्रति बैरल पर उपलब्ध रहा। इसके बावजूद पिछले एक वर्ष के दौरान देश में पेट्रोल की खुदरा कीमतों में 21.58 रुपये और डीजल में 19.18 रुपये प्रति लीटर का इजाफा किया गया है। वैसे, तीनों दिन बाद ही पांच राज्यों में चुनाव शुरू होने वाले हैं तो देशभर में पेट्रोल और डीजल की कीमतें और घटने की उम्मीद की जा रही है। 

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सरकारी तेल कंपनियों की तरफ से खुदरा कीमतों में की गई कटौती के बाद दिल्ली में पेट्रोल 90.99 रुपये प्रति लीटर और डीजल 81.37 रुपये प्रति लीटर का रह गया। इसके पहले तेल कंपनियों ने पिछले वर्ष 16 मार्च को पेट्रोल और डीजल की कीमत में कटौती की थी। उसके बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत कुछ ही दिनों में 60 डॉलर प्रति बैरल से घट कर 21 डॉलर प्रति बैरल हो गई थी।

राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के कई शहरों में फरवरी, 2021 के बाद से पेट्रोल की कीमत पहली बार सौ रुपये को पार कर गई है। यूरोपीय देशों में और अमेरिका में कोरोना की नई लहर से औद्योगिक मांग पर संभावित असर के बीच कच्चे तेल का दाम पिछले 10 दिनों से गिरना शुरू हुआ है।

इस सप्ताह मंगलवार को अमेरिकी बाजार में मई, 2021 के लिए कच्चे तेल का सौदा 58 डॉलर प्रति बैरल से भी नीचे आ गया, जो इस वर्ष पांच फरवरी के बाद की सबसे कम कीमत है। हाल के महीनों में भारत के लिए अमेरिका एक बड़े तेल आपूर्तिकर्ता देश के तौर पर स्थापित हुआ है। मई, 2021 के लिए ब्रेंट क्रूड का सौदा 60.79 डॉलर प्रति बैरल पर होने की सूचना है। 11 मार्च को ब्रेंट क्रूड का भाव 67 डॉलर प्रति बैरल पर था।


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