डेबिट कार्ड से ट्रेन का टिकट बुक करना होगा सस्ता, नहीं देना होगा MDR चार्ज
सरकार द्वारा दिए गए फैसले के मुताबिक अब डेबिट कार्ड के तरत टिकट बुकिंग पर मर्चेंट डिस्काउंट रेट (एमडीआर) चार्ज नहीं लगेगा
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। होली के मौके पर सरकार ने रेल से सफर करने वाले यात्रियों को बड़ा तोहफा दिया है। जी हां, यदि आप डेबिट कार्ड के जरिए ट्रेन की टिकट बुक कराते हैं तो आपको अब अतिरिक्त चार्ज नहीं देना होगा। सरकार द्वारा लिए गए फैसले के मुताबिक अब डेबिट कार्ड के तहत टिकट बुकिंग पर मर्चेंट डिस्काउंट रेट (एमडीआर) चार्ज नहीं लगाया जाएगा। यात्री अब तक टिकट बुक कराने पर एमडीआर देते थे, लेकिन अब यह चार्ज देने की कोई जरूरत नहीं होगी।
रेलवे द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार एमडीआर में यह कटौती आईआरसीटीसी की वेबसाइट के जरिए टिकट खरीदने के अलावा टिकट काउंटर पर भी लागू होगी। रेलवे का कहना है कि इससे डिजिटल और कैशलैस लेन देन को बढ़ावा मिलेगा। रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि यात्री द्वारा अगर 1 लाख रुपये तक की कीमत पर टिकट खरीदे जातें है तो उसे अब एमडीआर या कहें अतिरिक्त शुल्क देने की कोई जरूरत नहीं होगी।
रेलवे द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार वित्त मंत्रालय के व्यय विभाग ने इस मामले पर बैंकों के लिए निर्देश जारी कर दिए हैं। बैंको को वित्त मंत्रालय ने 26 फरवरी को ही निर्देश भेज दिए हैं। डिजिटल और कैशलैस ट्रांजैक्शन को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार ने यह कदम उठाया है। भारतीय रेलवे ने भी इस मामले पर टिकट प्रिंट करने की सुविधा शुरू कर दी है। रेलवे द्वारा यह सुविधा आरक्षित और अनारक्षित टिकटों पर लागू होगी। इसकी शुरुआत कन्नड़ भाषा से की गई है।
क्या होता है मर्चेंट डिस्काउंट रेट (व्यापारी छूट दर)?
व्यापारी अगर सीधा बैंक में ग्राहकों से किसी तरह का भुगतान क्रेडिट या डेबिट कार्ड के जरिए लेता है तो उस पर कुछ फीसद चार्ज लगाया जाता है, जिसे मर्चेंज डिस्काउंट रेट (व्यापारी छूट दर) कहते हैं। मर्चेंट डिस्काउंट रेट लेनदेन की राशी पर फीसद के हिसाब से लगाया जाता है। ज्यादातर बैंक डेबिट कार्ड ट्रांसेक्शन पर 2,000 रुपये से कम के लेन देन पर 0.75% एमडीआर लगाते हैं। वहीं, 2,000 रुपये या इससे ज्यादा के ट्रांसेक्शन पर 1% एमडीआर लगाया जाता है।