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सीतारमण की बातों से सहमत नहीं मारुति: कहा- Ola, Uber नहीं हैं ऑटो सेक्टर में सुस्ती की वजह

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल में Ola Uber जैसी कंपनियों को भी ऑटो सेक्टर में सुस्ती की वजह के रूप में गिनाया था

By NiteshEdited By: Published: Thu, 12 Sep 2019 01:33 PM (IST)Updated: Thu, 12 Sep 2019 03:05 PM (IST)
सीतारमण की बातों से सहमत नहीं मारुति: कहा- Ola, Uber नहीं हैं ऑटो सेक्टर में सुस्ती की वजह
सीतारमण की बातों से सहमत नहीं मारुति: कहा- Ola, Uber नहीं हैं ऑटो सेक्टर में सुस्ती की वजह

गुवाहाटी, पीटीआइ। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल में Ola, Uber जैसी कंपनियों को भी ऑटो सेक्टर में सुस्ती की वजह के रूप में गिनाया था, लेकिन देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) की राय इससे अलग है। कंपनी ने कहा कि ये कैब कंपनियां तो पिछले 6-7 साल से हैं लेकिन यह सुस्ती पिछले कुछ माह में कैसे गंभीर स्थिति में पहुंच गयी।

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मारुति सुजुकी इंडिया के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर (मार्केटिंग एंड सेल्स) शशांक श्रीवास्तव ने न्यूज एजेंसी पीटीआइ से कहा कि भारत में खुद की कार हो, इस तरह के विचार में कोई परिवर्तन नहीं आया है। उन्होंने कहा कि लोग कई तरह की महत्वाकांक्षाओं के साथ कार खरीदते हैं।

सीतारमण ने मंगलवार को कहा था कि नयी पीढ़ी के लोग अब ईएमआई देने की बजाय टैक्सी से चलना पसंद करते हैं। उनके मुताबिक यह चलन भी ऑटो सेक्टर में Slowdown की एक वजह है।

श्रीवास्तव ने कहा, 'देश में ओला, उबर पिछले 6-7 साल से हैं। इस अवधि में ऑटो सेक्टर ने अपना सबसे अच्छा दौर देखा है। ऐसे में पिछले कुछ महीनों में ऐसा क्या हुआ कि सुस्ती इतनी गंभीर स्थिति में पहुंच गयी।'

मारुति के अधिकारी ने कहा कि उन्हें नहीं लगता है कि मौजूदा सुस्ती में ओला, उबर का कोई बहुत अधिक योगदान है। श्रीवास्तव ने कहा कि हमें इंतजार करने की जरूरत है और किसी भी तरह के निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले विस्तृत अध्ययन की जरूरत है। श्रीवास्तव ने अमेरिकी बाजार का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि अमेरिका में उबर एक बड़ी कंपनी है, लेकिन पिछले कुछ साल में वहां कार की बिक्री काफी अच्छी रही है।

सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरर्स (सियाम) के मुताबिक वाहनों की घरेलू बिक्री अगस्त में 23.55 फीसद की गिरावट के साथ 18,21,490 इकाइयों पर रह गयी। पिछले साल अगस्त में यह आंकड़ा 23,82,436 इकाइयों का रहा था। 


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