UAE के तेल ब्लॉक के लिए बोली लगाने के लिए भारतीय कंपनियां तैयार: प्रधान
भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक और उपभोक्ता देश है। भारत अपनी जरूरत भर के तेल का 80 फीसद हिस्सा आयात करता है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। भारतीय तेल कंपनियां संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की ऊर्जा कंपनियों के साथ गठजोड़ कर यूएई में तेल ब्लॉक के लिये संयुक्त रूप से बोली लगाने की योजना बना रही हैं। यह जानकारी पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दी है।
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, “हम इस संबंध में बातचीत कर रहे हैं कि भारत मुबादाला जैसी कुछ मध्य पूर्वी राष्ट्र की कंपनियों के साथ संयुक्त अरब अमीरात के अगले लाइसेंसिंग दौर में बोली लगा सकता है।” वैश्विक बाजारों में भारत की बढ़ती भूमिका का जिक्र करते हुए प्रधान ने कहा कि तेल निर्यातक भारत को नजरअंदाज नहीं करना चाहते हैं।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक और उपभोक्ता देश है। भारत अपनी जरूरत भर के तेल का 80 फीसद हिस्सा आयात करता है, जो कि अधिकांशतया: मिडिल ईस्ट (मध्य पूर्व) से आता है। प्रधान ने कहा कि अगर अबूधाबी की राष्ट्रीय तेल कंपनी ने दिलचस्पी दिखाई तो भारत दक्षिण भारतीय शहर पर्ल हार्बर में अपने तीसरे रणनीतिक रिजर्व के हिस्से को पट्टे पर देने पर विचार करेगा।
अबू धबी नेशनल आयल कंपनी (एडीएनओसी) ने भारत के भूमिगत तेल भंडारण में क्षमता हासिल की है। गौरतलब है कि सऊदी अरामको और एडीएनओसी ने महाराष्ट्र के रत्नागिरी में 44 अरब डॉलर की रिफाइनरी सह पेट्रोरसायन परिसर में 50 फीसद हिस्सेदारी ले ली है।